वर्षा के दृष्टिगत सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में रहेंगे मुस्तैद: डीएम
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों, तहसील एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में अलर्ट रहे तथा किसी भी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है तो ऐसे क्षेत्रों में जल निकासी के लिए तत्परता से आवश्यक कार्यवाही की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि भारी वर्षा के कारण कोई सड़क मार्ग अगर अवरुद्ध एवं क्षतिग्रस्त हो जाता है तो उसको आवाजाही के लिए तत्काल सुचारू किया जाए। जिलाधिकारी ने पतंजलि फेस 1 के समीप हो रहे जलभराव की निकासी के लिए संयुक्त मजिस्ट्रेट रुड़की को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग,पंचायती राज एवं बाल विकास सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भारी वर्षा के कारण यदि कोई स्कूल भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत घर एवं उनके अधीन संचालित कोई परियोजना क्षतिग्रस्त हो जाती है तो उसपर व्यय होने वाली धनराशि का आंकलन प्रस्ताव तत्परता से जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को उपलब्ध कराएं।
बैठक में वर्चुअल माध्यम से जुड़े खंड विकास अधिकारियों को भी अपने क्षेत्रों में सतर्क रहने के निर्देश दिए तथा ग्राम पंचायत एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों से ग्राम पंचायतों में भी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी खंड अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि सभी खंड विकास अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में फॉगिंग कराएं। उन्होंने जल संस्थान एवं जल निगम को भी निर्देश दिए है कि यदि कोई पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है तो उसका तत्परता से मरम्मत कार्य करते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू की जाए ।
उन्होंने विद्युत विभाग को भी निर्देशित किया है कि कोई भी विद्युत लाइन बाधित हो जाती है तो उसका तुरंत मरम्मत कार्य सुनिश्चित कराया जाए। भारी वर्षा के चलते कोई भी व्यक्ति विद्युत खंभों को न छुए एवं ट्रांसफार्म के नजदीक न जाए इसके लिए आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी वित्त दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, परियोजना निर्देशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला अर्थ संख्या आधिकारी नलिनी ध्यानी, जिला पंचायत राज अतुल प्रताप सिंह, अधिकारी अधिशासी अभियंता सिंचाई ओमजी गुप्ता, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित जिला स्तरीय सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।