अन्तरराज्यीय आनलाइन बेटिंग व साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह गोवा में बैठकर ऑनलाइन बेटिंग और साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था। गिरोह के एजेंट स्थानीय स्तर पर भोले-भाले लोगों को 10 से 15 हजार रुपये का लालच देकर उनके बैंक खाते, पासबुक, एटीएम और जरूरी दस्तावेज हासिल कर लेते थे। इन खातों का इस्तेमाल ठगी से प्राप्त रकम को ट्रांसफर करने में किया जाता था।
थाना बदौसा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम थाना बांदा में शिकायत दर्ज कराई थी कि राघवपुरी (चित्रकूट) निवासी राजकुमार सोनकर पुत्र मिट्ठी लाल उन्हें 10–15 हजार रुपये का लालच देकर बैंक खाता व एटीएम प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है। जांच के दौरान पता चला कि राजकुमार एक संगठित अन्तरराज्यीय गिरोह का सदस्य है, जो बड़े पैमाने पर कई राज्यों में सक्रिय है। पुलिस ने बांदा अतर्रा राइस मिल के पास दबिश देकर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों में दीपक कुमार पुत्र लालमन कोरी, निवासी चित्रा गोकुलपुर थाना कर्वी, जनपद चित्रकूट, कृष्ण कुमार कुशवाहा पुत्र सुरेश कुमार कुशवाहा, निवासी संग्रामपुर, जनपद चित्रकूट और राजकुमार सोनकर पुत्र मिट्ठी लाल, निवासी राघवपुरी सीतापुर थाना कर्वी, जनपद चित्रकूट शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने ठगी में प्रयुक्त चेकबुक, पासबुक, तीन मोबाइल फोन, आधार कार्ड व फर्जी दस्तावेज, तथा 16 सफेद धातु की चूड़ियां बरामद की हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपितों के बैंक खाते साइबर ठगी की शिकायतों के चलते कई राज्यों में फ्रीज किए जा चुके हैं।
इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी बबेरू सौरभ सिंह ने बताया कि गिरोह का सरगना आकाश अक्सर गोवा में जाकर नेटवर्क संचालित करता था। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।