किसानों का लाठीचार्ज पर फूटा गुस्सा
भाकियू तोमर के प्रदेश अध्यक्ष परविंदर चौधरी ने बताया कि 21 अगस्त को किसान गन्ने का मूल्य 500 रुपये करने, स्मार्ट मीटर की अनिवार्यता समाप्त करने, पुराने ट्रैक्टरों की आरसी निरस्त न करने, बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों को स्थायी करने और किसानों के कर्ज व बकाया बिजली बिल माफ करने जैसी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने देहरादून जा रहे थे। इसी दौरान बहादराबाद टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया और बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज किया, जिसमें 30 से अधिक किसान घायल हो गए। प्रेस वार्ता में किसानों को भीम आर्मी का भी साथ मिला। प्रदेश प्रभारी दीपक सैठपुर ने कहा कि भाजपा सरकार का रवैया किसानों व आम नागरिकों के प्रति असंवेदनशील है और किसानों पर हुआ लाठीचार्ज लोकतंत्र पर सीधा हमला है।
ज्ञापन देने वालों में अनिल चौधरी (अध्यक्ष भाकियू क्रांति अराजनीतिक), परविंदर चौधरी (अध्यक्ष भाकियू तोमर), सोहनवीर गुर्जर, पंकज सैनी, उस्मान, सोमवीर सैनी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।