सिरमाैर : राजगढ़ में बारिश बनी सब्जी उत्पादकों के लिए मुसीबत, टमाटर और शिमला मिर्च की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित
राजगढ़ क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहां लगभग दो हजार हेक्टेयर भूमि पर टमाटर, शिमला मिर्च, फ्रेंच बीन्स और आलू जैसी नकदी फसलें उगाई जाती हैं, जो किसानों की आय का मुख्य स्रोत हैं। इस समय ये सभी फसलें अपने यौवन अवस्था में हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश और तापमान में अचानक हो रही गिरावट के कारण फसलें नष्ट होने लगी हैं।
सबसे अधिक नुकसान टमाटर और शिमला मिर्च की फसलों को हो रहा है। किसानों का कहना है कि अधिक नमी के कारण इन फसलों की जड़ें सड़ने लगी हैं, जिससे पौधे अचानक सूख रहे हैं और फसल धीरे-धीरे खत्म हो रही है। वहीं, आलू की फसल भी अधिक पानी के चलते सड़ने की कगार पर पहुंच गई है।
कृषि विकास अधिकारी सुशील कुमार, जो स्वयं भी किसान हैं, ने बताया कि लगातार पानी जमा होने से खेतों में जड़ सड़न (Root Rot) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों से जल निकासी की समुचित व्यवस्था करें ताकि फसलें इस बीमारी से बच सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि फसलों में रोग के लक्षण दिखें तो किसान डायथेन, बैवीस्टीन या कॉपर आधारित फफूंदनाशकों का प्रयोग कृषि विभाग द्वारा सुझाई गई मात्रा में करें।
सुशील कुमार ने किसानों से यह भी आग्रह किया है कि वे किसी भी समस्या के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क करें ताकि समय रहते उचित सलाह व सहायता प्रदान की जा सके और फसलों को बचाया जा सके।