इंदौर के जयंत ने लिखा स्व-रोजगार का नया अध्याय, वॉटर-बॉटलिंग यूनिट से 50 लोगों को दिया रोजगार
इंदौर के जयंत ने लिखा स्व-रोजगार का नया अध्याय, वॉटर-बॉटलिंग यूनिट से 50 लोगों को दिया रोजगार
इंदौर, 23 जून (हि.स.)। केंद्र एवं प्रदेश सरकार की स्व-रोजगार योजनाओं ने युवाओं के सपनों को नई उड़ान दी है। इंदौर जिले के जयंत सिंह पवार इसका जीवंत उदाहरण हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत 50 लाख का ऋण लेकर सांवेर तहसील के सोलसिंडा गांव में वॉटर बोतल निर्माण यूनिट स्थापित की। इस यूनिट से जयंत को प्रतिमाह 15 लाख की आय हो रही है और उन्होंने 50 लोगों को रोजगार प्रदान कर एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
जयंत सिंह पवार ने बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में नौकरी की, लेकिन उनका सपना था अपना व्यवसाय शुरू करना। इंदौर में एक रेस्तरां शुरू किया और तीन साल तक उसका संचालन किया। इस दौरान उन्हें पानी की आपूर्ति में वॉटर-बॉटलिंग की कमी की समस्या का सामना करना पड़ा। जयंत ने इस चुनौती को अवसर में बदला और वॉटर पैकेज्ड-वॉटर यूनिट शुरू करने का फैसला किया।
सोमवार को जयंत ने बताया कि रेस्तरां संचालन के दौरान मैंने पैकेज्ड वॉटर सप्लायर्स से बात की और जाना कि वॉटर बोतल की कमी एक बड़ी समस्या है। यही वह पल था जब मुझे वॉटर बॉटलिंग यूनिट शुरू करने का विचार आया। यूनिट शुरू करने के लिए बड़े बजट की जरूरत थी। एक साल तक रिसर्च और प्लानिंग की, लेकिन फंड की कमी एक चुनौती थी। तभी उन्हें जिला उद्योग केंद्र से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी मिली। जयंत ने तुरंत आवेदन किया और जल्द ही 50 लाख का ऋण स्वीकृत हुआ, जिसमें 12 लाख की सब्सिडी भी शामिल थी। पीएमईजीपी वरदान साबित हुई। 50 लाख के ऋण और 12 लाख की सब्सिडी ने सपने को हकीकत में बदल दिया। इस फंड से जयंत ने सोलसिंडा में आधुनिक वॉटर-बॉटलिंग यूनिट स्थापित की, जो आज न केवल उनकी आर्थिक समृद्धि का आधार है, बल्कि 50 स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का स्रोत भी बनी है।
जयंत की इस सफलता ने इंदौर के साथ ही पूरे प्रदेश के युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है। उनकी कहानी दर्शाती है कि सही योजना, सरकारी सहायता और मेहनत से न केवल व्यक्तिगत सपने पूरे हो सकते हैं, बल्कि समाज के लिए भी योगदान दिया जा सकता है। सरकार द्वारा संचालित स्व-रोजगार योजनाएं ऐसे ही युवाओं को समृद्ध और आत्मनिर्भर प्रदेश की ओर अग्रसर कर रही हैं।—————————