अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षान्त मंडप में होगा योगाभ्यास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षान्त मंडप में होगा योगाभ्यास
योग भारत की अमूल्य धरोहर और वैश्विक कल्याण का मार्ग:कुलपति
वाराणसी,20 जून (हि.स.)। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शनिवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षान्त मंडप में मुख्य कार्यक्रम और योगाभ्यास होगा। दिवस पर समूह योग सत्र, व्याख्यानमालाएँ, जागरूकता रैली तथा पर्यावरणीय संकल्प कार्यक्रम भी आयोजित है। इसमें सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिवार शामिल होगा। शुरूआत सुबह 06 बजे से होगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा के अनुसार इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग पर एक साथ सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा। कुलपति ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक धरोहर योग को वैश्विक मंच पर एक समग्र कल्याणकारी जीवन शैली के रूप में प्रतिष्ठित होते देखने का अवसर है। योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, यह आत्मानुशासन, संतुलन और आंतरिक जागरूकता का अद्भुत साधन है। शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाली यह जीवन पद्धति आज सम्पूर्ण मानवता के लिए स्वास्थ्य, शांति और सौहार्द का मार्ग बन चुकी है। प्रो. शर्मा ने कहा कि ऋषि-मुनियों द्वारा प्रदत्त यह अमूल्य ज्ञान वर्तमान समय में न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में जीवन शैली से जुड़ी चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत कर रहा है। योग हमें शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य की ओर प्रेरित करता है। वर्तमान युग में जब मानव समाज तनाव, अवसाद, जीवनशैली जनित रोगों और पर्यावरणीय असंतुलन से जूझ रहा है, तब योग हमें शारीरिक, मानसिक और” आत्मिक स्वास्थ्य की ओर प्रेरित करता है। प्राणायाम, ध्यान, आसनों और नैतिक अनुशासन के माध्यम से यह न केवल रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रदान करता है।
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