महिलाएं संसार को व्यवस्थित रूप से चलाने में निभा रही हैं अहम भूमिकाः केन्द्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर
महिलाएं संसार को व्यवस्थित रूप से चलाने में निभा रही हैं अहम भूमिकाः केन्द्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर
खरगोन, 19 जून (हि.स.)। महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के अंतर्गत गुरुवार को महेश्वर में अनुभव साझा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर रहीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाएं न केवल परिवार को सहेजती हैं, बल्कि देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। महिलाएं संसार को व्यवस्थित रूप से चलाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। महेश्वर का पर्यटन सुविधा केंद्र अब प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा, जो इस परियोजना की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने घोषणा की कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेशभर में प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे। इससे महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत बन सकेंगी और पर्यटन क्षेत्र में भी उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होगी।
यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं वसुधा विकास संस्थान द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्भया फंड के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पीएस टू मिनिस्टर निमिषा झा एवं सलाहकार, जेंडर, मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के डॉ. आलोक चौबे भी मंचासीन थे।
डॉ. आलोक चौबे ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं से संवाद कर उन्हें आगे और सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया। साथ ही फेडरेशन के बारे में चर्चा कर उनका उद्देश्य व महत्व बताया। कहा कि यह परियोजना महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि उन्हें पर्यटन क्षेत्र में एक नई पहचान भी दिला रही है। कार्यक्रम में वसुधा विकास संस्थान के परियोजना अधिकारी सतीश वाणी ने परियोजना की प्रगति व उपलब्धियों की जानकारी दी। बताया कि अब तक कई महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर पर्यटन क्षेत्र में रोजगार से जुड़ चुकी हैं।
इस दाैरान प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। स्वाति यादव ने बताया कि पूर्व में वे किसी रोजगार से नहीं जुड़ी थीं, परंतु प्रशिक्षण के बाद वे अब पर्यटन सुविधा केंद्र में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्य कर रही हैं। दीपिका केवट ने बताया कि कि मैंने नाविक और स्टोरीटेलिंग की ट्रेनिंग ली थी। अब मैं नर्मदा घाट पर महिला पर्यटकों को नाव से महेश्वर दर्शन कराती हूं, जिससे महिलाएं सुरक्षित महसूस करती हैं। शासकीय कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण का अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहले उन्हें अकेले आने-जाने में डर लगता था, लेकिन अब उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम हैं।—————————-