रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत कर जांच की मांग
गोपेश्वर, 17 जून (हि.स.)। ग्रामीणों ने जिले के नारायणबगड विकास खंड के ग्राम पंचायत छैकुडा में जल जीवन मिशन का कार्य आधा अधूरा होने के बाद भी विभाग ग्रामीणों को बिल भेजने की शिकायत मंगलवार को जिलाधिकारी से करते हुए मामले की जांच की मांग की है।
निवर्तमान प्रधान महेश कुमार, रामेश्वर प्रसाद देवली, विमला देवी का कहना है कि ग्राम पंचायत छैकुडा में जल जीवन मिशन के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में कार्य शुरू हुआ था जो कि विभागीय ठेकेदार की लापरवाही के चलते अधूरा छोड़ा गया है। पेयजल लाइन को अधूरा छोड़ने के कारण अनुसूचित जाति बस्ती दमचौरा तक लाइन नहीं पहुंच पाई है। स्रोत पर चेंबर का निर्माण भी नहीं किया गया है जो कार्य किया गया है वह भी बेहद असंतोषजनक है कार्य में घटिया निर्माण किया गया है। इस कारण ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। इस बारे में कई बार जल संस्थान कर्णप्रयाग को लिखित रूप में दिया गया है और दूरभाष के माध्यम से भी अवगत कराया गया है लेकिन इस पर कोई संतोषजनक कार्रवाई विभाग की ओर से नहीं की गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि अनुसूचित जाति बस्ती दमचौरा तोक में अभी तक भी पाइप लाइन का बिछान तक नहीं हुआ है और उन्हें पानी का बिल थमा दिए जा रहे है। यही नहीं विभाग की ओर से गांव में कार्य पूरा होने का बोर्ड भी चस्पा कर दिया गया है। छैकुडा गांव नंदादेवी राजजात का पड़ाव भी है। उनका यह भी कहना है कि विभाग की ओर से जिस ठेकेदार को कार्य दिया गया है उसने किसी और को कार्य दिया गया इस तरह यह कार्य अब तक पांच लोगों के पास चला गया है इससे कार्य में हीला हवाली हो रही है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच करते हुए ग्रामीणों को न्याय दिलाने की मांग की है।
इस मौके पर प्रेमबल्लभ चमोला, अमलानंद चमोला, बलवीर आर्य, ललिता प्रसाद जोशी, वाष्पानंद चमोला आदि मौजूद रहे।