पत्नी-पड़ोसी की मुलाकात से दुखी पति ने बेटियों का किया खौफनाक अंत!
उन्नाव जिले के अचलगंज के साहब खेड़ा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई है, जिसमें अमित नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी गीता और अपनी दो बेटियों, खुशी (10) और निधि (6) की हत्या कर दी। इस दुखद मामले में अमित बाद में खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूरे घटनाक्रम के दौरान अमित ने अपने साले जीतू को दो ऑडियो संदेश भेजे, जिनमें उसने अपने परिवार की मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी को ठहराया। इन ऑडियो संदेशों में अमित की गहरी चिंता और मानसिक आक्रोश झलकता है। आगे की जांच में पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अमित ने यह कदम क्यों उठाया?
पुलिस जांच में सबसे पहले यह बात सामने आई है कि अमित की पत्नी गीता और गांव के पड़ोसी अनुज के बीच अवैध संबंध होने का शक था। गांव के लोगों ने बताया है कि अमित और गीता के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। ऐसी संभावना है कि अमित को अपने घर में मौजूद कैमरों की रिकॉर्डिंग में कुछ आपत्तिजनक दृश्य देखने के बाद घुसा हुआ गुस्सा जागा हो। इस वजह से उसने हत्या का कदम उठाया, जिसका वह खुद शिकार बन गया। वहीं, यह भी सामने आया है कि गीता ने पहले एक युवक गजोधर पर रेप का मामला दर्ज कराया था, जिससे परिवार पर दबाव आ सकता था।
अमित की मृत्यु के एक घंटे पहले की गतिविधियों का भी जांच की जा रही है। पुलिस को यह जानने की जिज्ञासा है कि अमित ने इस दौरान किन-किन लोगों से संपर्क किया था। हालांकि, अब तक इस मामले में अमित का साला जीतू भी अपने बयान देने से कतराते दिखाई दे रहा है। इंस्पेक्टर राजेश पाठक ने बताया कि अभी तक परिवार की तरफ से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। मामला जटिल होता जा रहा है और पुलिस इसे हर दिशा से जांचने में जुटी हुई है।
इस दिल दहलाने वाली घटना से पूरा गांव गहरे सदमे में है। अमित और गीता के चार भाई थे, जो अब अलग-अलग रहते हैं। उनकी शादी 2011 में हुई थी और दोनों बेटियां अभी छोटे थे। अमित एक ट्रैक्टर एजेंसी में काम करता था और युजिट पर परिवार के साथ हंसी-खुशी के पल साझा करता था। लेकिन इस दुखद पल में जैसे पूरी परिवार की खुशियाँ चुराई गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, परिवार की हत्या का यह मामला न केवल मानसिक स्वास्थ्य, बल्कि सामाजिक रिश्तों और पारिवारिक जीवन में गहरे असर डालने वाला है।
अचानक से पूरा परिवार असामयिक मृत्यु को प्राप्त होने से कई सवाल उठते हैं। क्या अंततः गीता को न्याय मिलेगा? क्या अमित के आत्महत्या के पीछे कोई गहरी साजिश है? क्या गांव में आम लोगों के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का कोई स्तर है, या रिश्तों की परेशानी इस स्तर तक पहुंच जाती है? पुलिस की जांच का नतीजा आने पर स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन इस घटना ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।