पुराने घावों की जिम्मेदार BJP, 2027 में अखिलेश की सीएम ताजपोशी का दावा अनुराग भदौरिया का!
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और केंद्र सरकार के सुरक्षा प्रबंधन पर कड़ा हमला किया है। दैनिक भास्कर एप्प से बातचीत के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि आपातकालीन हालात में सरकार की अपर्याप्तता के कारण मासूम लोगों की जानें जा रही हैं। भदौरिया ने इस बात को भी रेखांकित किया कि सरकार अपने कर्तव्यों को निभाने में असफल रही है और ऐसे में विपक्ष का सवाल उठाना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा, “2000 से अधिक पर्यटक वहाँ मौजूद थे, और यह चिंताजनक है कि आतंकवादी न केवल घुसपैठ करने में सफल रहे बल्कि मानव जीवन को भी खो दिया।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या राज्य सरकार जिम्मेदार नहीं है, भदौरिया ने दो टूक उत्तर दिया कि जम्मू-कश्मीर में सरकार नेशनल कॉन्फ्रेंस की होती है, लेकिन असली जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है। उन्होंने उमर अब्दुल्ला के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था का असल दायित्व दिल्ली में बैठी सरकार का है। इसके बावजूद, वे मानते हैं कि एक आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलने के मामले में भदौरिया ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के न जाने की वजह को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक नहीं है, बल्कि पीड़ित परिवार को आर्थिक और सरकारी सहायता प्रदान करने का है। उन्होंने महसूस किया कि सहायता का महत्वपूर्ण कार्य राजनीतिक यात्रा से कहीं ज्यादा जरूरी है। ऐसे संवेदनशील मामलों में परिवार का सहयोग करना अधिक प्राथमिकता होनी चाहिए।
भदौरिया ने यह भी कहा कि बीजेपी पर आरोप है कि वो जाति और धर्म की राजनीति करती है, जबकि सपा ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने एक कश्मीरी मुस्लिम की बहादुरी का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह वह आतंकी का मुकाबला करते हुए शहीद हो गए, जिससे यह साबित होता है कि समाज को एकजुट होना चाहिए।
फ्यूचर में इंडिया गठबंधन की स्थिति पर उन्होंने आश्वासन दिया कि यह गठबंधन मजबूती के साथ बना रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि समाजवादी पार्टी विकास की राजनीति में विश्वास रखती है और महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे मेट्रो, एक्सप्रेसवे और लैपटॉप वितरण के माध्यम से उन्होंने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास किया है।
आखिर में, जब उनसे 2027 के विधानसभा चुनाव की रणनीति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि सपा का संगठन मजबूत है और गांव-गांव में कार्यकर्ता उपस्थित हैं। उनका लक्ष्य पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को मुख्यधारा में लाना है। उन्होंने यह विश्वास जताया कि 2027 में अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री बनने वाले हैं, क्योंकि जनता बदलाव चाहती है।