एक्सप्रेस-वे तैयार, लेकिन अधूरा कोलवा ओवरब्रिज क्यों पूरे प्रोजेक्ट को 1 महीना खींचेगा?
जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पिछले एक महीने से चल रहा है, लेकिन कोलवा में स्थित रेलवे ओवरब्रिज का एक हिस्सा अभी भी अधूरा है। इसी कारण वाहन चालकों को यहां से निकलने के लिए और एक महीने का इंतजार करना पड़ेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी द्वारा इस ओवरब्रिज का औपचारिक लोकार्पण होने के बाद ही टोल वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मुद्दे को लेकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों ने एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि ओवरब्रिज का काम पूरी तरह से खत्म होने तक यातायात चालू नहीं किया जाएगा।
NHAI के दौसा परियोजना निदेशक बलवीर सिंह यादव ने बताया कि एक तरफ का ओवरब्रिज पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे हिस्से का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। कोलवा में ओवरब्रिज की जयपुर की दिशा में आने वाली लेन के बाकी बचे स्पान रखने के लिए मशीनों और क्रेनों को स्थापित करने का कार्य चल रहा है। सर्वप्रथम इस कार्य को निपटाया जाएगा और इसके बाद लगभग 500 मीटर तक सड़क का निर्माण करके इसे खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। लेकिन, इसकी वजह से 6 महीने की देरी हो चुकी है। पहले यह योजना थी कि नवंबर 2024 तक हाईवे का काम पूरा करके यातायात शुरू किया जाएगा, लेकिन आगरा रोड बगराना में क्लोवरलीफ के लिए भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण यह प्रक्रिया लंबित रही।
रेलवे द्वारा स्पान रखने की अनुमति न मिलने के कारण भी हाईवे के काम में रुकावट आई थी। वर्तमान में, स्पान रखने के लिए रेलवे से ब्लॉक प्राप्त करना आवश्यक है, जिसकी मंजूरी के लिए प्रतिदिन अलग-अलग समय पर 2 घंटे का ब्लॉक मांगा जा रहा है। इसके अलावा, दुपहिया वाहनों को एक्सप्रेस-वे पर चलने की अनुमति नहीं दी गई है। एक्सप्रेस-वे पर दोनों तरफ वाहनों की गति सीमित की गई है, जिसमें कारों के लिए अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा और बसों तथा ट्रकों के लिए 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है।
हालांकि, कई लोग अवैध रास्तों का उपयोग करके बांदीकुई से जयपुर बगराना तक के 67 किलोमीटर लंबे हाईवे पर अपनी आवाजाही शुरू कर चुके हैं। निर्माण कंपनी ने मुख्य मार्गों को मिट्टी और बैरिकेड्स लगाकर बंद किया है, फिर भी नायला इंटरचेंज से लेकर बांदीकुई इंटरचेंज तक हाईवे पर वाहनों का आवागमन अनवरत जारी है। आगरा रोड पर बगराना, मनोहरपुर-दौसा हाईवे तथा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर तीन स्थानों पर क्लोवरलीफ का काम पूरा कर लिया गया है।
नए इंटरचेंज के निर्माण के चलते जयपुर-बांदीकुई हाईवे पर ट्रैफिक थोडा सहज हो गया है। कानोता-नायला, धूलारावजी-जमवारामगढ़, दौसा-सैंथल और खड़का-बांदीकुई पर बनाए गए इंटरचेंजों से यात्रियों को गति मिली है। इस प्रकार, जबकि निर्माण कार्य में कुछ कठिनाइयाँ आ रही हैं, नए अधिग्रहित मार्गों के साथ ही यातायात में सुविधाएँ भी बढ़ रही हैं।