उदयपुर में गीतांजली सिनेप्स-2025: अनुपम खेर ने ‘खुद को जानने’ का अहम संदेश दिया!
अभिनेता अनुपम खेर ने हाल ही में उदयपुर के गीतांजली यूनिवर्सिटी में आयोजित गीतांजली सिनेप्स-2025 के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए अपने जीवन के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि भगवान ने हर व्यक्ति को एक अद्वितीय विशेषता से गढ़ा है, और अपनी पहचान को जानना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। अनुपम खेर ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि असली ताकत हमारे अन्दर ही होती है और यह जानना जरूरी है कि हर व्यक्ति खास है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए यह भी कहा कि जीवन में प्रतिदिन कुछ नया सीखना आवश्यक है, क्योंकि यह निश्चित रूप से बहुत सुन्दर है।
इस उत्सव के दौरान, अनुपम खेर ने विद्यार्थियों को जीवन के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जीवन को एक फिल्म की तरह देखना चाहिए और संघर्षों को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा, “असफलता केवल एक घटना है, यह व्यक्ति नहीं है।” इस महोत्सव में मेडिकल, पैरामेडिकल, फार्मेसी, डेंटल, फिजियोथेरेपी और नर्सिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों ने उत्साह से भाग लिया, जिससे कार्यक्रम का माहौल अलग ही बन गया।
गीतांजली सिनेप्स -2025 में विभिन्न रंग-बिरंगी सांस्कृतिक और खेल गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर ने इस मेले में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन जे.पी. अग्रवाल, वाइस चेयरमैन कपिल अग्रवाल, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल, यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राकेश व्यास और रजिस्ट्रार मयूर रावल ने उनका स्वागत किया। जे.पी. अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथ में सुरक्षित है और उन्होंने अपनी सफलताओं और असफलताओं के अनुभवों को साझा करके छात्रों को प्रेरित किया।
अग्रवाल ने बताया कि सफलता और असफलता दोनों जीवन के अहम पहलू हैं, और असफलता हमें सीखने तथा आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने अनुपम खेर की प्रेरणादायक जीवन यात्रा की चर्चा करते हुए उनके संघर्षों और सफलता के अनेक प्रेरणादायक उदाहरण साझा किए, जो छात्रों के लिए एक नई प्रेरणा का स्रोत बने। इस तरह के आयोजन न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि उन्हें समाज में अपना योगदान देने के लिए भी तैयार करते हैं।
इस प्रकार, गीतांजली सिनेप्स-2025 न केवल एक शैक्षणिक महोत्सव था, बल्कि यह छात्रों के बीच सोच और दृष्टिकोण के विकास का भी एक अहम मंच था। इस उत्सव ने छात्रों को एकजुट होकर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया, और अनुपम खेर जैसे महान व्यक्ति का मार्गदर्शन लेकर उन्होंने सकारात्मकता और उत्साह के साथ अपने भविष्य के प्रति एक नई सोच विकसित की।