मोहाली में अवैध हथियार के साथ गिरफ्तारी: लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कनेक्शन!
मोहाली में खरड़ क्राइम ब्रांच ने हाल ही में एक युवक को अवैध हथियार के साथ पकड़ने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान तुषार शाह (20) के रूप में की गई है, जो चंडीगढ़ बुडैल में मृतक सोनू शाह का भतीजा है। पुलिस ने तुषार के पास से 32 बोर की एक पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। बता दें कि इस मामले में 12 अगस्त को मोहाली फेज 11 थाने में तुषार समेत 5 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में खरड़ CIA द्वारा 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जिनसे 5 पिस्टल भी बरामद की गई थीं। तुषार इस गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार था, लेकिन पुलिस की लगातार छापेमारी के बाद उसे पकड़ लिया गया।
खरड़ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर हरमिंदर सिंह को एक गुप्त सूचना मिली थी कि तुषार लांड्रा रोड पर स्थित एसबीआई होम्ज के पास हथियार लेकर घूम रहा है। इस सूचना के बाद एसआई हरभेज सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तुषार को उसके हथियार और कारतूस के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तुषार को अदालत में पेश किया और उसी से रिमांड प्राप्त किया ताकि उसके साथ पूछताछ की जा सके। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि तुषार के पास यह अवैध हथियार आया कहां से और वह इसका उपयोग क्यों कर रहा था।
सोनू शाह की हत्या का मामला भी इस गिरफ्तारी से जुड़ा हुआ है। लगभग 5 साल पहले, जैसे ही सोनू शाह अपने दो दोस्तों के साथ अपने कार्यालय में बैठे थे, तीन अज्ञात युवकों ने वहां आकर उन पर फायरिंग कर दी थी। इस गोलीबारी में सोनू शाह की जान चली गई थी। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ली थी। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में लॉरेंस गैंग के एक सक्रिय सदस्य राजू बसौदी समेत कई शूटरों को गिरफ्तार किया था, लेकिन सोनू शाह की हत्या का रहस्य अब भी कई सवाल खड़े कर रहा है।
मोहाली पुलिस का यह ऑपरेशन दर्शाता है कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है और वे किसी भी तरह के हथियार के धारण करने वाले व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा। तुषार की गिरफ्तारी से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच चल रही है और सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगे इसे अधिक गंभीरता से लिया जाए। पुलिस के प्रयासों के बाद उम्मीद है कि इस तरह के अवैध हथियारों की धारण करने वालों को जल्द ही सख्त दंड मिलेगा, जिससे समाज में सुरक्षा बढ़ेगी।