पंजाब में जिम मैनेजर महिला से छेड़छाड़: थप्पड़ के बाद सुसाइड की धमकी!
पंजाब के लुधियाना में एक जिम में महिला मैनेजर के साथ हुई शर्मनाक छेड़छाड़ की घटना ने सभी को चौंका दिया है। यह घटना जिम के फ्लोर मैनेजर गुरजीत सिंह द्वारा रेस्ट रूम में अंजाम दी गई, जो CCTV कैमरे में पूरी तरह कैद हुई है। वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि किस तरह पुरुष ने महिला को थप्पड़ मारा और फिर उसे जमीन पर गिरा दिया। इस घटना के बाद महिला को नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा। हालांकि, उसके अनुसार, आरोपी ने उसके ऊपर लगातार मानसिक दबाव बनाया और उसे परेशान करता रहा।
महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि उसने लुधियाना के इस जिम में 15 जनवरी 2023 से कार्य किया था। इसी दौरान, उसने आरोप लगाया कि गुरजीत सिंह उसकी तरफ हमेशा बुरी नजर रखता था और उसके साथ छेड़छाड़ करता था। जब उसने इस बारे में जिम के मालिक से शिकायत की, तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। एक दिन, जब महिला ने छेड़छाड़ का विरोध किया, तो आरोपी ने उसे थप्पड़ मारने की हिम्मत की।
यह घटना उस समय और भी गंभीर हो गई जब 14 जून को महिला रेस्ट रूम में अकेली थी और अचानक गुरजीत ने उसकी तरफ बढ़कर गलत हरकतें करना शुरू कर दिया। इस पूरी घटना का वीडियो CCTV में कैद हो गया, जो बाद में पुलिस के सामने सबूत के तौर पर पेश किया गया। महिला ने इस मामले की पुलिस में शिकायत की, लेकिन आरोपी ने उसे जान से मारने की और नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी। आरोपी ने उसके बीमार पिता को भी डराया-धमकाया और कहा कि यदि उसकी बेटी केस वापस नहीं लेगी, तो वह आत्महत्या कर लेगा।
शिकायत दर्ज कराने के बाद, महिला ने दूसरी जगह नौकरी करने की कोशिश की लेकिन वहाँ भी आरोपी ने उसके बारे में अपशब्द कहना और बदनाम करने का क्रम जारी रखा। इससे तंग आकर महिला ने फिर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। ध्यान देने वाली बात यह है कि आरोपी गुरजीत सिंह कई वर्षों से जिम में काम कर रहा है, जबकि महिला ने इससे पहले 2019 में भी इसी जिम में कुछ समय तक काम किया था।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्दी ही कार्रवाई की और आरोपी के खिलाफ धारा 354ए और 596 के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। थाना डिवीजन नंबर 7 के प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। यह घटना समाज में मौजूद छेड़छाड़ की समस्याओं को उजागर करती है और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देती है।