मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देगा ‘वेव्स’ : प्रो. सुभाष
मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देगा ‘वेव्स’ : प्रो. सुभाष
– पीआईबी देहरादून ने ‘वेव्स 2025’ पर ग्राफिक एरा में आयोजित की कार्यशालादेहरादून, 28 नवंबर (हि.स.)। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) देहरादून ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘क्रिएट इन इंडिया’ अभियान के तहत आयोजित ‘वेव्स 2025’ पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से गुरुवार को ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग में एक कार्यशाला आयोजित की।कार्यशाला में डॉ. कंचन नेगी ने ‘वेव्स’ (वर्ल्ड ऑडियो वीडियो एंटरटेनमेंट समिट) पर एक प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि इसका आयोजन पांच से नौ फरवरी 2025 तक भारत मंडपम नई दिल्ली में होगा। ‘वेव्स’ मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए संवाद, व्यापार सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस समिट में 27 प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी, जिनमें रील मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, एनिमेशन और ड्रोन फिल्म मेकिंग शामिल हैं।मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में नए अवसरकार्यशाला में आकाशवाणी और दूरदर्शन देहरादून की उप निदेशक साक्षी सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘वेव्स’ भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रभावशाली मंच है। उन्होंने छात्रों से ‘वेव्स’ में भाग लेने और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करने की अपील की। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के निदेशक प्रो. सुभाष गुप्ता ने ‘वेव्स’ को युवाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए एक उत्कृष्ट अवसर के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि न्यू मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में हमें भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।रोजगार और नवाचार के नए अवसरों का स्रोत ‘वेव्स 2025’कार्यशाला में पीआईबी देहरादून के सहायक निदेशक संजीव सुंद्रियाल ने ‘वेव्स 2025′ को युवाओं के लिए रोजगार और नवाचार के नए अवसरों का स्रोत बताया। उन्होंने मीडिया और मनोरंजन उद्योग के उभरते महत्व और इसमें रचनात्मकता के असीमित अवसरों पर जोर दिया।विशेष सत्र और प्रशिक्षणकार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध सिनेमेटोग्राफर जयदेव भट्टाचार्य ने छात्रों को सिनेमेटोग्राफी और डॉक्यूमेंट्री निर्माण की तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि डॉक्यूमेंट्री और फिल्म निर्माण में करियर की अपार संभावनाएं हैं।’वेव्स’ पर आधारित ओपन क्विज, छात्रों ने दिखाई रुचिइसी कड़ी में ओहो रेडियो के आरजे काव्य ने इंटरनेट रेडियो और आधुनिक मीडिया पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। उन्होंने कहा कि मॉर्डन मीडिया में मास कम्युनिकेशन के छात्रों के लिए करियर के कई नए अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। कार्यक्रम में छात्रों के साथ ‘वेव्स’ पर आधारित एक ओपन क्विज का आयोजन किया गया जिससे छात्रों में विषय के प्रति रुचि और अधिक बढ़ी।प्रतियोगिताओं में भाग लेने के ऐसे करें रजिस्ट्रेशन रील मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, एनिमेशन और ड्रोन फिल्म मेकिंग जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी wavesindia.org पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के जन संचार विभाग की प्रमुख डॉ. ताहा सिद्दीकी, पीएचडी कोऑर्डिनेटर डॉ. हिमानी बिंजोला आदि उपस्थित थे।