झज्जर :बारिश के बावजूद जन्माष्टमी पर मंदिरों में गूंजा ‘हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की’
बहादुरगढ़ शहर के प्राचीनतम मुरली मनोहर मंदिर और झज्जर के प्रसाद गिरी मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांंकियां श्रद्घालुओं को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। मंदिर में भगवान की अनुपम छटा देखने लायक थी। माखन चोरी का दृश्य कान्हा की बचपन की याद दिला रहा था। मंदिर प्रवक्ता पंडित प्रवीन भारद्वाज ने बताया कि मंदिर को आयातित सुगंधित फूलों से सजाया गया था। भक्त गण फूलों की खुशबू के साथ-साथ भगवान कृष्ण की एक झलक पाने को कई दिन पहले से ही आतुर थे। कई भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक मधुर भजन पेश करते हुए श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डूबो दिया। धर्मानगरी बेरी में भी सभी मंदिरों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूम-धाम से मनाया गया।
नाहरा-नाहरी रोड के बामड़ोली मोड़ के स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां श्रद्धालुओं की भारी उमड़ पड़ी। हर कोई दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। मंदिर में सुबह से ही कृष्ण भक्तों की भीड़ लगने लगी। श्री राधा मदन गोपाल के दर्शन करने के लिए हर कोई लालायित था । मंदिर को विदेश से मंगवाए गए सुंदर फूलों से सजाया गया था। मंदिर प्रवक्ता विक्रम महेश्वरी ने बताया कि केवल बहादुरगढ़ ही नहीं दिल्ली, रोहतक, सोनीपत, झज्जर व अन्य स्थानों भी भक्त पहुंचे। अनाज मंडी स्थित सनातन धर्म मंदिर व शिव मंदिर, किला मोहल्ला स्थित दुर्गा मंदिर, सेक्टर-6 स्थित राज राजेश्वरी मंदिरए, संत कालोनी के राधा.कृष्ण मंदिर सहित सभी मंदिरों में सुबह से ही जन्माष्टड्ढमी पर्व की भारी रौनक लग गई।
मंदिरों में उमड़ी भीड़ व शहर में यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। जन्माष्टमी पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर के हर मंदिर व आयोजन स्थल के अलावा जगह-जगह पुलिस तैनात की गई।