विमर्श-2025 न केवल संवाद, बल्कि विकसित भारत का दृष्टिकोण है: आरके विश्नोई
टीएचडीसीआईएल के प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई सोमवार को यहां में तक्षशिला मानव संसाधन विकास केंद्र में टीएचडीसीआईएल की ओर से आयोजित दो दिवसीय मानव संसाधन सम्मेलन : विमर्श 2025 को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर आरके विश्नोई ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र, भविष्य के लिए नेतृत्वकर्ताओं का एक समूह बनाने का एक सामूहिक प्रयास है। विमर्श जैसे मंच जन-केंद्रित विकास पर चर्चा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज के तेजी से बदलते परिदृश्य में,मानव संसाधन की भूमिका संगठनात्मक परिवर्तन में सबसे अग्रणी है, जो संस्थानों को लचीला और नवोन्मेषी बने रहने में सक्षम बनाता है। उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल में लोगों को विकास और उत्कृष्टता का सच्चा वाहक माना जाता है और इसलिए नेतृत्व की तत्परता, कर्मचारी कल्याण और क्षमता निर्माण पर निरंतर ध्यान देना अनिवार्य है।
टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन केवल मानव संसाधन क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों का समागम नहीं है, बल्कि संवाद, विचारों के आदान-प्रदान और रणनीतियों के सह-निर्माण का एक मंच है, जो हमारे संगठनों में मानव संसाधन प्रबंधन की भावी रणनीतियों को आकार देने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाली चुनौतियों और बदलावों को स्वीकार करने के लिए एक संवाद का मार्ग प्रशस्त करेगा और हमें आपसी ज्ञान साझा करने और सामूहिक रणनीति के साथ सामूहिक रूप से उनका सामना करने के लिए तैयार रहने में सक्षम बनाएगा।
सम्मेलन में परेश रनपारा, निदेशक (मानव संसाधन), ग्रिड इंडिया, मृदुल श्रीवास्तव, व्यवसाय परिवर्तन प्रमुख और समाधान विशेषज्ञ, डॉ. एएन त्रिपाठी, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन, केन्द्रीय संचार) टीएचडीसीआईएल साथ ही अन्य प्रतिभागी संगठनों के अन्य वरिष्ठ लोग मौजूद रहे।