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स्वतंत्र फिलिस्तीन के समर्थन में जमात-ए-इस्लामी हिंद के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन

नई दिल्ली, 22 अगस्त । एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र के समर्थन, इजराइल के जरिए गाजा में की जा रही बमबारी को रोकने एवं युद्ध विराम

के लिए भारत सहित दुनिया के देशों से दबाव बनाने के लिए शुक्रवार को जमात-ए-इस्लामी हिंद के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों और सिविल सोसायटी के लोगों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता व्यक्त की गई और वहां पर भूख-प्यास से मरने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई। इसके साथ ही दुनिया के देशों से निहत्थे मासूम बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भोजन उपलब्ध कराने की मांग की गई।

इस मौके पर जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष इंजीनियर सआदतउल्लाह हुसैनी ने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी मान लिया है कि गाजा में भुखमरी फैली हुई है। वहां पर खाने-पीने की वस्तुओं की बेहद कमी है। लोग कई-कई दिनों से भूखे-प्यासे हैं। राहत सामग्री वहां के लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है। इजराइल एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र को दुनिया के नक्शे से खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहा है। यहां तक कि राहत शिविरों और खाना बांटने वाले केन्द्रों पर भी हमले किए जा रहे हैं और भूखे लोगों को बमों से मारा जा रहा है। उन्होंने भारत सरकार से और दुनिया के देशों से वहां पर तत्काल युद्ध विराम कराने के सहयोग की मांग की है।

प्रदर्शन में शामिल मुस्लिम संगठनों के पदाधिकारियों एवं सिविल सोसायटी ने कहा है कि निहत्थे मासूम लोगों तक खाना पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र के अस्तित्व को बचाने की जरूरत है। इस मौके पर जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि भारत अपनी फिलिस्तीन की पुरानी नीति पर चल रहा है, लेकिन इजराइल को हथियार भी उपलब्ध करा रहा है। इन हथियारों से इजराइल फिलीस्तीनियों की हत्याएं कर रहा है। भारत को अपनी नीति पर विचार करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के जरिए दोषी करार दिए गए इजराइल के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री की मदद नहीं करनी चाहिए। प्रो. अपूर्वानंद ने कहा की फिलिस्तीन एक स्वतंत्र राष्ट्र है, हम सब उसका समर्थन करते हैं। वहां पर होने वाली हत्याओं से हमारा दिल विचलित हो रहा है, मासूम बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं खाना-पानी के बगैर मर रहे हैं। हमें उनतक अपनी मदद पहुंचानी चाहिए।

पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि फिलीस्तीनी लोगों के लिए आज हम यहां पर एकत्र हुए हैं और उनके हक की आवाज उठा रहे हैं। भारत हमेशा से एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र का समर्थन करता रहा है। उन्होंने कहा कि हमें फिलिस्तीन के लोगों की मदद के लिए एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है। सामाजिक कार्यकर्ता निशा सिद्धू ने कहा की वह और उनके संगठन से जुड़ी महिलाएं फिलिस्तीन के लिए हमेशा अपना सहयोग और समर्थन देती रहेंगी। प्रो. विपिन त्रिपाठी ने कहा कि फिलिस्तीन में जो कुछ हो रहा है वह दुनिया के सामने है। आज भी वहां पर कई लोगों की जान चली गई है। इजराइली रोज वहां पर हमले करके लोगों को मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अंतरराष्ट्रीय ताकतों के साथ मिलकर फिलिस्तीनी बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए प्रयास करने की जरूरत है।

प्रदर्शन को मुफ्ती अब्दुल राजिक, जियाउद्दीन सिद्दीकी, नदीम खान,

मोहतसिम खान आदि ने भी संबोधित किया। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।

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