नेत्रकुम्भ जांच शिविर में 25 हजार पंजीकरण का आंकड़ा पार
नेत्रकुम्भ आयोजन समिति ओर सम्पूर्ण प्रबन्धन परिवार में अत्यन्त खुशी का वातावरण है। सभी कार्यकर्त्ता और प्रबन्धक अधिक से अधिक संख्या में पधारे रोगियों को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए अपने श्रेष्ठ प्रयास में लगे हुए हैं। शिविर में जातरुओं के लिए बनाई गयी व्यवस्थाओं से सभी आगन्तुक जातरू ओर स्थानीय जनता बेहद प्रसन्न है और निःशुल्क परामर्श, चश्में ओर दवाइयाँ लेकर बेहद प्रफुल्लित है। इन्ही व्यवस्थाओं का परिणाम है कि 01 अगस्त से लेकर 12 अगस्त 2025 तक 24682 पंजीकरण,24170 की नेत्र जाँच व परामर्श, 20202 लाभार्थियों को निशुल्क चश्में ओर 18897 को दवाइयाँ प्रदान हो चुकी है।
रक्षाबंधन के बाद से रामदेवरा आने वाले जातरूओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जैसे ही श्रद्धालु पोकरण से रामदेवरा की तरफ प्रवेश करते है वैसे ही जाट धर्मशाला के सामने सबसे पहले नेत्रकुम्भ का विराट परिसर दिखाई देता है। इस परिसर में सुबह से ही देवस्वरूप जातरूओं की सेवा के लिए नेत्रकुम्भ प्रबन्धक जुटे जाते है। वातानुकूलित सभागार में प्रवेश करते ही सभी श्रद्धालुओं के लिये बैठने की व जल-पान की उत्तम व्यवस्था बनाई गई है। जातरूओं के पंजीकरण से लेकर चश्मा लेने तक कि पूरी प्रक्रिया को सभी प्रबन्धक समझाते है ताकि बाबा के भक्तों को कोई परेशानी न हो।
नेत्रदान के महत्व को बताने, नेत्रदान से जुड़ी मिथ्या धारणाओं का समाधान करने और स्वेच्छा से मरणोपरांत नेत्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी वीरमदेव चश्माघर में काउंटर भी स्थापित किया गया है।