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मप्रः बैतूल जिले के स्मार्ट मीटर उपभोक्‍ताओं को 21 हजार से अधिक की छूट

भोपाल, 8 अगस्त । मध्य प्रदेश की मध्‍य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 1 लाख 24 हजार 701 स्‍मार्ट मीटर उपभोक्‍ताओं को उनके मासिक विद्युत बिल में टाइम ऑफ डे (ToD) छूट का लाभ प्रदान करते हुए जुलाई 2025 में कुल 01 करोड़ 08 लाख 59 हजार 082 रुपये की रियायत प्रदान की गई है। इसमें बैतूल वृत्‍त के 63 उपभोक्‍ताओं को 21 हजार 312 रुपये की दिन के टैरिफ में छूट मिली है।

स्‍मार्ट मीटर उपभोक्‍ताओं को नए टैरिफ आर्डर के अनुसार अब खपत के आधार पर दिन के टैरिफ में सुबह 9 से शाम 5 तक उपयोग की गई बिजली पर 20 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। स्‍मार्ट मीटर उपभोक्‍ताओं के लिए यह सभी छूट अथवा प्रोत्साहन की गणना सरकारी सब्सिडी को छोड़कर की जा रही है। यह उपभोक्ता श्रेणियों के लिए विशिष्ट नियमों और शर्तों के आधार पर दिन के विभिन्न समय के दौरान खपत की अवधि के अनुसार ऊर्जा शुल्क पर लागू होगी।

उक्त बात मध्‍य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक अनूप सक्‍सेना ने स्‍मार्ट मीटर से होने वाले लाभ की जानकारी देने तथा स्मार्ट मीटर संबंधी भ्रांतियों को दूर करने के लिए शुक्रवार को बैतूल में आयोजित मीडिया वर्कशॉप में कही। मध्‍य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा बैतूल वृत्‍त अंतर्गत कुल एक लाख 3 हजार 57 स्‍मार्ट मीटर स्‍थापित किये जाने हैं। इसमें से कंपनी द्वारा अब तक कुल 3 हजार 514 स्‍मार्ट मीटर स्‍थापित कर दिये गये हैं।

महाप्रबंधक सक्‍सेना ने कहा कि स्‍मार्ट मीटर सभी के लिए फायदेमंद और उपभोक्‍ताओं के हित में हैं, इसलिए सभी को स्‍मार्ट मीटर लगाने में कंपनी का सहयोग करना चाहिए। कार्यशाला के दौरान उन्‍होंने अधिक से अधिक स्‍मार्ट मीटर लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने का आहवान किया। साथ ही मीडिया से प्राप्‍त फीडबैक के अनुसार कार्यवाही का आश्‍वासन दिया।

परिसर में रीडिंग लेने आने की आवश्‍यकता नहीं

वर्कशॉप में बताया गया कि विद्युत स्मार्ट मीटर लगने के बाद परिसर में रीडिंग लेने आने की जरूरत नहीं होती है, ऑटोमेटिक सटीक रीडिंग होती है। मानवीय हस्‍तक्षेप नहीं होने से गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं होती है। उपभोक्ता अपनी प्रतिदिन की विद्युत खपत स्मार्ट मीटर के माध्यम से देख सकता है। दैनिक के साथ सप्ताहिक अथवा मासिक खपत आसानी से देखी जा सकती है और बिजली की कितनी खपत हो रही है, अगले महीने उसका कितना बिल आ सकता है, उसका पूर्वानुमान भी आसानी से लगाया जा सकता है।

अब तक कहीं कोई गड़बड़ी नहीं आई

महाप्रबंधक सक्‍सेना ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाते हुए लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। अब तक पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र के सोलह जिलों में 03 लाख से अधिक स्‍मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। अभी तक कहीं पर भी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई हैं। ऑटोमेटिक माध्यम से सटीक रीडिंग होने के बाद प्रतिमाह 01 तारीख के बाद मोबाईल अथवा ईमेल पर बिल जारी किया जाता है। स्मार्ट मीटर के पहले उपभोक्‍ताओं को पता ही नहीं चलता था कि उनकी विद्युत खपत कितनी हैं, जब स्मार्ट मीटर लगे तब उन्हें सही खपत का पता चला और उसका डेटा भी विद्युत विभाग के पास उपलब्‍ध हुआ है।

हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट

उपभोक्‍ता अब उपाय ऐप के जरिए स्मार्ट मीटर के माध्यम से अपने घर का लोड देख सकते हैं। मीटर में भी के.डब्ल्यू लिखा रहता हैं जो घर का पूरा लोड बताता है तथा केडब्ल्यूएच खपत (यूनिट ) बताता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वयं के यहाँ पर कितना किलोवॉट का लोड चल रहा हैं। इसके साथ ही उपाय ऐप के स्‍मार्ट मीटर में इंडिकेटर के माध्‍यम से यह अंदाजा लगाया जाना आसान हो गया कि किस-समय, किस प्रकार के उपकरण चलाए गए। हरी लाइन से पता चल सकता है कि उस दौरान कितनी बिजली खपत हुई। स्‍मार्ट मीटर हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट करता है।

रियल टाइम डेटा उपलब्‍ध

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्‍मार्ट मीटर के फायदे बताते हुए कहा कि स्‍मार्ट मीटर से रियल टाइम डेटा प्राप्‍त किया जा सकता है, जिससे उपभोक्‍ताओं को सटीक और समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जा रही है। कंपनी ने बताया कि जहां-जहां भी स्‍मार्ट मीटर स्‍थापित किए जा चुके हैं वहां पर बिलिंग तथा रीडिंग निर्धारित समय पर हो रही है।

बिलों में त्रुटि की संभावना नहीं

स्‍मार्ट मीटरों से बिजली के बिलों में त्रुटि की संभावना बहुत कम हो गई है और बिजली की चोरी रोकने में भी स्‍मार्ट मीटर मददगार साबित हो रहे हैं। स्‍मार्ट मीटर वास्तविक समय में अपनी बिजली की खपत पर नज़र रखने में मदद करते हैं, जिससे उपभोक्‍ता स्‍वयं भी अपनी खपत को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और गैरजरूरी उपकरणों को बंद करके ऊर्जा की बचत कर सकते हैं।

स्मार्ट मीटर के फायदे

– ऊर्जा की खपत को ट्रैक करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद करता है।

– बिजली की खपत को सटीक रूप से मापता है, जिससे बिल में कोई गलती नहीं होती।

– ऐप के जरिए मोबाइल पर रियल-टाइम डेटा देखकर ऊर्जा की खपत को नियंत्रित कर सकते हैं।

– ऊर्जा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है, ताकि ऊर्जा की खपत को बेहतर बना सकते हैं।

– ऊर्जा की खपत को ऑनलाइन ट्रैक करने और नियंत्रित करने की सुविधा मिलती है।

– ऊर्जा की खपत को कम करने से पर्यावरण पर पड़ने वाला प्रभाव कम होता है।

– ऊर्जा की खपत को नियंत्रित करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद कर सकता है।

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