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Himachal Pradesh

हिमाचल विधानसभा ने पूर्व दिवंगत विधायक गणेश दत्त भरवाल समेत आपदा पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री ने कहा कि गणेश दत्त भरवाल समाज सेवा के लिए सदैव समर्पित रहे और उन्होंने विशेष रूप से पिछड़े वर्ग की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उनके निधन को समाज के लिए बड़ी क्षति बताते हुए उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विपक्ष की ओर से शोक प्रस्ताव में भाग लेते हुए कहा कि गणेश दत्त भरवाल ने प्री-यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के बाद राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया और युवा कांग्रेस से लेकर विधायक बनने तक का सफर तय किया। उन्होंने कहा कि गणेश दत्त भरवाल का अपने विधानसभा क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों के विकास में अहम योगदान रहा है।

इसी दौरान जयराम ठाकुर ने प्रदेश में मानसून की भारी वर्षा से हुए जानमाल के नुकसान का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में आपदा के कारण मृतकों की संख्या 200 से अधिक हो चुकी है, जिनमें से सबसे अधिक 31 मौतें उनके निर्वाचन क्षेत्र सराज से हुई हैं। उन्होंने इन सभी दिवंगत आत्माओं को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

मंत्री चंद्र कुमार ने भी गणेश दत्त भरवाल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे मधुरभाषी, ईमानदार और निष्ठावान राजनेता थे। उन्होंने हमेशा कांग्रेस पार्टी में रहते हुए जनता की सेवा की और कभी भी पार्टी न बदली। वह पिछड़ा वर्ग की समस्याओं को मजबूती से उठाते रहे।

चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बबलू ने कहा कि गणेश दत्त का 1985 से 1990 तक का विधायक कार्यकाल चिंतपूर्णी हल्के में विकास के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र की आवाज को सदन में मजबूती से उठाया।

विधायक राकेश कालिया ने भी शोक प्रस्ताव में भाग लेते हुए बताया कि उन्हें गणेश दत्त के साथ निकटता से काम करने का अवसर मिला और उन्होंने हमेशा समाज के पिछड़े वर्ग के लिए काम किया। उन्होंने भी आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि गणेश दत्त एक साधारण परिवार से उठकर विधानसभा सदस्य बने और उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों को सहारा दिया। विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि उनके पिता भी विधायक थे और उनके गणेश दत्त के साथ अच्छे संबंध थे। गणेश दत्त का 79 वर्ष की उम्र तक समाजसेवा में सक्रिय रहना एक मिसाल है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दोबारा स्पीकर से आग्रह किया कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवाने वाले सभी लोगों को भी इस शोक प्रस्ताव में शामिल किया जाए।

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भी गणेश दत्त भरवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने 1970 में युवा कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की, 1981 में जिला कांग्रेस समिति के सदस्य बने और 1985 में विधायक निर्वाचित हुए। स्पीकर ने कहा कि वह स्वयं भी उस समय विधायक थे और गणेश दत्त के साथ अच्छे संबंध थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश इस समय मानसून की भारी मार झेल रहा है, जिसमें कई लोगों की जान गई है और सरकार ने हर संभव राहत प्रयास किए हैं। उन्होंने सभी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।

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