भारतीय महिला टीम की बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास
वेदा ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के साथ अपने संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा, “एक छोटे शहर की लड़की बड़े सपनों के साथ – यही मेरी कहानी कडूर से शुरू हुई थी। मैंने बल्ला उठाया, ये नहीं पता था कि ये मुझे कहां ले जाएगा, लेकिन खेल से प्यार था। इसने मुझे मेरी पहचान दी, लड़ना सिखाया, गिरना और फिर उठकर चलना सिखाया। आज पूरे दिल के साथ, मैं इस अध्याय को समाप्त कर रही हूं।” वेदा ने अंत में कहा, “मैंने दिल से खेला, हर कदम पर गर्व के साथ। हमेशा टीम के लिए, हमेशा भारत के लिए।”
वेदा ने भारत के लिए 48 वनडे और 76 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले। उन्होंने वनडे में 829 रन और 3 विकेट अपने नाम किए, जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम 875 रन दर्ज हैं। उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2020 टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल था, जबकि आखिरी वनडे उन्होंने अप्रैल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वेदा एक बेहतरीन फील्डर भी रही हैं और महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय में गैर विकेटकीपर के तौर पर सर्वाधिक कैच पकड़ने का संयुक्त रिकॉर्ड उनके नाम है।
अपने संदेश में वेदा ने अपने परिवार, कोचों, टीमों, बीसीसीआई, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और रेलवे का आभार जताया। उन्होंने लिखा, “भारत की जर्सी पहनना सबसे गर्व का पल था। राष्ट्रगान, जोश, गर्व – ये सब अब मेरी रगों में बस गया है।” उन्होंने कहा, “2017 का साल हमेशा खास रहेगा। उस वर्ल्ड कप ने भारत में महिला क्रिकेट को देखने का नजरिया ही बदल दिया।” संन्यास के बाद वेदा ने क्रिकेट को “कुछ भी बनकर लौटाने” की इच्छा जताई। उन्होंने लिखा, “ये खेल मेरे जीवन का आधार रहा है। अब समय आ गया है इसे लौटाने का। जो भी भूमिका मिले, मैं इसके लिए तैयार हूं। मेरी दूसरी इनिंग भी उतना ही खास होगा।”
वेदा ने अंतरराष्ट्रीय टीम से बाहर होने के बाद कमेंट्री और ब्रॉडकास्टिंग में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 2024 में विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में गुजरात जायंट्स के लिए डेब्यू किया, लेकिन तीसरे सीज़न के लिए टीम में नहीं चुनी गईं। वेदा ने डब्ल्यूबीबीएल में भी 2017-18 सीज़न में होबार्ट हरीकेन्स के लिए खेलते हुए 144 रन बनाए थे।