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उज्जैनः सोमवार को निकलेगी भगवान महाकाल की दूसरी सवारी, दो स्वरूपों में भक्तों को देंगे दर्शन

उज्जैन, 20 जुलाई । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में श्रावण के दूसरे सोमवार, 21 जुलाई को भगवान महाकाल का दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। इस दौरान भगवान दो स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। अवंतिकानाथ श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में चांदी की पालकी में तथा हाथी पर श्री मनमहेश के रूप में विराजित होकर नगर के भ्रमण करेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की मंशानुरूप बाबा महाकाल की दूसरी सवारी को भव्य स्वरुप देने के लिए 08 जनजातीय कलाकारों के दल सहभागिता करेगा।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात भगवान चन्द्रमौलेश्वर रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी।
उसके बाद सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहॉ माँ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर भगवान की सवारी का सजीव प्रसारण मंदिर प्रबंध समिति के फेसबुक पर व सवारी के अंत मे चलित रथ में एल.ई.डी. के माध्यम से सवारी मार्ग में दर्शन हेतु खड़े श्रद्धालुओं को सजीव दर्शन की व्यवस्था की गई है। इस चलित रथ की विशेषता यह है कि, इसमें लाइव बॉक्स रहेगा, जिससे लाइव प्रसारण निर्बाध रूप से होगा। सवारी के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि सवारी मार्ग में सड़क की ओर व्यापारीगण भट्टी चालू न रखें और न ही तेल का कड़ाव रखें। दर्शनार्थी सवारी में उल्टी दिशा में न चलें और सवारी निकलने तक अपने स्थान पर खड़े रहें। दर्शनार्थी गलियों में वाहन न रखें। श्रद्धालु सवारी के दौरान सिक्के, नारियल, केले, फल आदि न फैंकें। सवारी के बीच में प्रसाद और चित्र वितरण न करें। इसके अलावा पालकी के आसपास अनावश्यक संख्या में लोग न रहें।
उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सवारी के अतिरिक्त प्रतिदिन लाइव रथ पर महाकालेश्वर भगवान के गर्भगृह दर्शन का लाइव प्रसारण किया जा रहा है। साथ ही मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2025 श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या 2025 का प्रसारण भी लाइव रथ पर किया जा रहा है। लाइव दर्शन एवं लाइव टेलीकास्ट हेतु हाईटेक चार बड़ी एलईडी वाहनों लाईव एलईडी रथ के माध्यम से फ्रीगंज क्षेत्र, दत्त अखाड़ा क्षेत्र, श्री महाकालेश्वर त्रिवेणी द्वार व उज्जैन के प्रमुख मार्गो पर भक्त लाइव प्रसारण देख सकते हैं। जो श्रद्धालु व उज्जैनवासी सवारी में सम्मिलित नहीं हो सकते, वह चलित रथ पर सवारी के लाइव दर्शन का आनन्द ले सकते हैं।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर भगवान की दूसरी सवारी में 08 जनजातीय एवं लोक नृत्य कलाकारों के दल सहभागिता करेंगे। इनमें अज्जू सिसोदिया के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में झाबुआ का भगोरिया नृत्य, छवीलदास भावली के नेतृत्व में नाशिक महाराष्ट्र के जनजातीय सौगी मुखोटा नृत्य, बनसिंह भाई गुजरात जनजातीय राठ नृत्य, खेमराज राजस्थान का गैर-घूमरा जनजातीय नृत्य सम्मिलित है। यह सभी दल महाकालेश्वर भगवान की सवारी के साथ सम्पूर्ण सवारी मार्ग में अपनी प्रस्तुति देते हुए चलेंगे।
इन दलों के अतिरिक्त उडीसा के लोकनृत्य शंख ध्वनि सुनील कुमार साहू के नेतृत्व में व छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य लोकपंथी का दल दिनेश कुमार जागड़े के नेतृत्व में महाकालेश्वर भगवान के सवारी के आगमन पर रामघाट पर प्रस्तुति देंगे। साथ ही उसी दौरान अजय कुमार के नेतृत्व में हरियाणा का लोकनृत्य हरियाणवी घुमर और मध्य प्रदेश छतरपुर के बरेदी लोकनृत्य दल रवि अहिरवार के साथ क्षिप्रा तट के दूसरी ओर दत्तअखाड़ा क्षेत्र पर महाकालेश्वर भगवान के सवारी के रामघाट आगमन पर प्रस्तुति देंगे।
कलेक्टर-एसपी ने किया सवारी मार्ग का निरीक्षण
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने रविवार को महाकाल सवारी मार्ग का दोपहर में निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, मार्ग में पर्याप्त प्रकाश,श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा सुविधा, आवश्यक स्थानों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था,मार्ग पर साफ सफाई, सभी मुख्य स्थानों पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी,राम घाट और दत्त अखाड़ा घाट पर पर्याप्त संख्या में होमगार्ड और तैराकों की ड्यूटी,जूता स्टैंड, पर्याप्त स्थानों पर फायर ब्रिगेड, आवश्यक बैरीकेडिंग आदि सभी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने राम घाट पर पुलिस बैंड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच पर आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक शर्मा ने जानकारी दी कि 200 से अधिक सीसीटीवी और 10 से अधिक ड्रोंस से जिला प्रशासन द्वारा निगरानी की जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कलेक्टर के निर्देश पर सवारी मार्ग में 1500 से अधिक पुलिस बल जिसमें महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महिला बल भी तैनात रहेगा। व्यवस्थित ट्रैफिक प्रबंधन के लिए 150 से अधिक ट्रैफिक जवान तैनात रहेंगे।हि.स./ लल‍ित ज्‍वेल

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