सिराज में जनता का विरोध लोकतंत्र की ताकत, मंत्री की टिप्पणी अमानवीय : विश्वचक्षु
उन्होंने सवाल उठाया कि जब मंत्री कहते हैं कि जयराम ठाकुर के पैर में कांटा तब जाकर उन्हें आपदा का एहसास होगा, तो क्या उन्होंने सिराज में तबाह हुए घरों और लोगों की मौतों पर कोई संवेदना प्रकट की? विश्व चक्षु ने कहा कि जो मंत्री आज कॉलेज की शिफ्टिंग की बात कर रहे हैं, वे क्या विनाश को बढ़ावा देना चाहते हैं? उन्होंने कांग्रेस सरकार पर धक्का शाही और तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता का विरोध सच्चे अधिकार के लिए है, जिसे भाजपा विरोध नहीं, बल्कि लोकतंत्र का हिस्सा समझना चाहिए।
उन्होंने मंत्री को सुझाव दिया कि वे जनता के बीच जाएं और खुद देखें कि हर वर्ग उनका विरोध कर रहा है, जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास की बजाय विनाश को लेकर है। विश्व चक्षु ने स्पष्ट कहा कि सिराज में जो विरोध हुआ है वह केवल ट्रेलर है, पूरा प्रदेश भी जल्द ऐसा ही झांकी देखने वाला है।
उन्होंने सिराज की ईमानदार और मेहनती जनता की तारीफ करते हुए कहा कि तानाशाही, अभद्र भाषा और संस्थानों की शिफ्टिंग को वह कभी स्वीकार नहीं करेगी। इसके अलावा, उन्होंने प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा स्थापित विकास संस्थानों को कांग्रेस सरकार द्वारा आपदा के बहाने बंद किए जाने की कड़ी निंदा की और कहा कि यह कदम सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस सरकार कितना भी दबाव बनाए, जो संस्थान खुल चुके हैं उन्हें बंद या स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। भाजपा सत्ता में आने पर इन सभी मुद्दों का न्याय सुनिश्चित करेगी।