जर्जर भवनों का तत्काल चिन्हीकरण कर नियमानुसार करें ध्वस्त- शासन सचिव रवि जैन
बैठक में जर्जर भवनों की पहचान और उन्हें गिराने के लिए चलाए जा रहे राज्य स्तरीय अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई। रवि जैन ने बताया कि राज्य के 224 नगरीय निकायों में अब तक 2,699 जर्जर भवनों की पहचान की जा चुकी है, जिनके विरुद्ध नियमानुसार सील और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करें और चिन्हित भवनों पर चेतावनी वाले स्पष्ट सूचना बोर्ड लगाएं, ताकि लोगों को संभावित खतरे की जानकारी मिल सके और अनहोनी से बचा जा सके।
बैठक में बीकानेर नगर निगम की ओर से आयुक्त मयंक मनीष ने बताया कि निगम क्षेत्र में 150 जर्जर भवन चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 30 को सील और 11 को ध्वस्त किया जा चुका है। साथ ही इन भवनों पर बड़े चेतावनी स्टिकर भी लगाए जा रहे हैं। शासन सचिव ने बीकानेर मॉडल को सराहते हुए सभी नगरीय निकायों में इसी तरह के स्टिकर लगाने के निर्देश दिए।
विद्युत सुरक्षा के संदर्भ में रवि जैन ने विद्युत डिस्कॉम के अभियंताओं के साथ समन्वय कर सड़क किनारे ढीले तारों को तुरंत ठीक करने, बिजली के खंभों, डीपी, केबल बॉक्स और स्वीच बॉक्स के पास फैले लूज तारों को हटाने और टूटे ढक्कनों की तत्काल मरम्मत के निर्देश दिए। उन्होंने संभावित अग्निकांड या करंट की घटनाओं को रोकने के लिए अग्निशमन वाहनों, तकनीकी उपकरणों और स्टाफ को पूर्णतः तैयार रखने के निर्देश भी दिए।
बैठक में हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत चल रहे पौधारोपण कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुसार समय पर पौधारोपण कार्य पूरा करें।
इस बैठक में डीएलबी निदेशक प्रतीक जुईकर, अतिरिक्त निदेशक श्याम सिंह सहित सभी नगरीय निकायों के आयुक्त और अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।