मैंने अपनी गेंदबाज़ी और निरंतरता पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया: नीतीश रेड्डी
मैंने अपनी गेंदबाज़ी और निरंतरता पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया: नीतीश रेड्डी
लंदन, 11 जुलाई (हि.स.)। लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज़ बनकर उभरे युवा ऑलराउंडर नितीश रेड्डी ने अपनी सधी हुई गेंदबाज़ी से सबको प्रभावित किया। 22 वर्षीय नितीश ने इंग्लैंड की पहली पारी में बेन डकेट और ज़ैक क्रॉली को आउट करते हुए कुल दो विकेट झटके – और खास बात यह रही कि दोनों विकेट उन्हें उनके पहले ओवर में ही मिल गए।
भारत की ओर से खेले जा रहे चार तेज़ गेंदबाज़ों में सबसे धीमी गति से गेंदबाज़ी करने वाले नितीश ने 14 ओवर डाले, जो अनुभवी मोहम्मद सिराज के बराबर थे। उन्होंने पूरे दिन बेहतरीन लाइन और लेंथ से गेंदबाज़ी की और इंग्लैंड को खुलकर रन बनाने नहीं दिए।
दिन के खेल के बाद नितीश ने कहा कि यह गेंदबाज़ी में निरंतरता वह चीज़ है, जिस पर वह इस दौरे की शुरुआत से ही काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुझे लगा कि मुझे अपनी गेंदबाज़ी और उसकी निरंतरता में सुधार करना होगा। मैंने इस पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया है।”
नितीश ने बताया कि आईपीएल में अपने कप्तान पैट कमिंस और टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच मॉर्न मोर्कल से भी उन्होंने काफी कुछ सीखा।
उन्होंने कहा, “पैट कमिंस मेरे कप्तान हैं और ऑस्ट्रेलिया में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। मैंने उनसे सुझाव लिए कि कैसे ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाज़ी की जाती है। वह अनुभव मेरे लिए बहुत उपयोगी रहा। इस दौरे पर मॉर्न मोर्कल के साथ काम करना भी मेरे लिए बेहतरीन रहा है। वह पिछले कुछ हफ्तों से मेरे साथ काम कर रहे हैं और हम मेरी गेंदबाज़ी में निरंतरता पर ध्यान दे रहे हैं। मुझे गेंद स्विंग कराने की काबिलियत है और मैं उसे सभी क्षेत्रों में स्थिरता के साथ उपयोग करना चाहता हूं।”
आईपीएल के दौरान लगी साइड स्ट्रेन की चोट का ज़िक्र करते हुए नितीश ने माना कि इससे उनकी लय पर असर पड़ा था।
उन्होंने कहा,“सच कहूं तो चोट के बाद मेरी लय पकड़ना मुश्किल हो गया था। आईपीएल की शुरुआत में मैं गेंदबाज़ी नहीं कर सका, लेकिन टूर्नामेंट के आखिरी हिस्से में मैंने नेट्स में गेंदबाज़ी शुरू की और फिर मैचों में भी दोबारा उतर सका।”
पहले दिन की शानदार गेंदबाज़ी के बाद नितीश ने कहा कि वह सिर्फ टीम की ज़रूरत के मुताबिक गेंदबाज़ी करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ इस पल का लुत्फ़ उठाना चाहता था और टीम जो चाहती थी, वैसा ही करना चाहता था। मुझे लगता है कि मैं वही कर पाया और आज की गेंदबाज़ी से काफी खुश हूं। अब बस कल फिर से उतरकर और विकेट लेने की कोशिश करूंगा।”
—————