साइबर ठगी में 3.81 करोड़ की हेराफेरी, सीबीआई ने तीन आरोपितों को किया गिरफ्तार
जांच में पता चला कि यह खाता बैंक अधिकारियों और बिचौलियों की मिलीभगत से बिना जरूरी केवाईसी और जांच के खोला गया था। इससे रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों और बैंक के नियमों का उल्लंघन हुआ। छापेमारी के दौरान सीबीआई ने मोबाइल फोन, आईपैड, बैंक दस्तावेज, लेन-देन की जानकारी और कई डिजिटल सबूत बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपितों के नाम सुधीर भास्कर पलांडे, यश ठाकुर और शौर्य सुनीलकुमार सिंह हैं। सुधीर म्यूल खाताधारक हैं, यश बिचौलिया और शौर्य ऑपरेटर के तौर पर काम करते थे।
सीबीआई के मुताबिक, मुंबई में खाता खोलने से लेकर नागपुर में खाताधारक की ठहरने की व्यवस्था और पैसों को दूसरे खातों में भेजने में कई लोग शामिल थे। नागपुर के एजेंट और खाताधारक ने अपना कमीशन क्रिप्टो करेंसी में लिया, जिसे बाद में बाकी साथियों में बांट दिया गया।