चार दिन चली पांच करोड़ की सीटी स्कैन मशीन, फिर बंद!
चार दिन चली पांच करोड़ की सीटी स्कैन मशीन, फिर बंद!
– मंडलीय अस्पताल में एक माह से ठप है सीटी स्कैन सेवा, मरीज हो रहे परेशान
मीरजापुर, 22 जून (हि.स.)। मंडलीय अस्पताल में मरीजों को राहत देने के लिए लगाई गई करीब पांच करोड़ रुपये की सीटी स्कैन मशीन मात्र चार दिन ही चल सकी। पांच मई को शुरू हुई यह सेवा अब एक महीने से ठप पड़ी है। अब तक केवल 13 मरीजों की जांच हो सकी, उसके बाद से मशीन में तकनीकी खराबी आने से काम बंद है। इसके चलते रोज़ाना आने वाले मरीजों को बाहर जाकर महंगी दरों पर जांच करानी पड़ रही है।
मशीन आई, पर बिजली नहीं मिली अस्पताल में मशीन की स्थापना के बाद भी उसकी जरूरत के अनुसार बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। पहले मशीन में अर्थिंग की समस्या बताई गई, जिसे फिलिप्स कंपनी के इंजीनियर ने आकर ठीक करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मशीन बिजली का पूरा लोड नहीं उठा पा रही है।
आवासीय परिसर की बिजली बन रही बाधा सीएमएस डॉ. एसके श्रीवास्तव के अनुसार, जब अस्पताल के आवासीय परिसर की बिजली आपूर्ति बंद रहती है, तब मशीन चलने लगती है, लेकिन जैसे ही वहां बिजली चालू होती है, मशीन बंद हो जाती है। इसके समाधान के लिए आवासीय परिसर का कनेक्शन अलग करने हेतु विद्युत विभाग को पैसा जमा करा कर पत्र भी भेजा गया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
मरीजों को हो रही भारी परेशानी अस्पताल में रोजाना 4–5 मरीज ऐसे आते हैं, जिन्हें सीटी स्कैन की आवश्यकता होती है। मशीन खराब होने के कारण ये मरीज बाहर निजी सेंटरों पर जांच कराने को मजबूर हैं, जहां उन्हें 2,000 रुपये तक चुकाने पड़ते हैं। मरीजों ने आरोप लगाया कि बाहर जांच पर मिलने वाले कमीशन के चलते अस्पताल प्रशासन मशीन की मरम्मत में लापरवाही बरत रहा है।
पत्राचार के बाद भी नहीं हुआ समाधान सीएमएस से लेकर अपर निदेशक तक कई पत्र भेजे जा चुके हैं, लेकिन एक माह बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। अब प्रशासन ने कमिश्नर से भी गुहार लगाई है, ताकि मरीजों को राहत मिल सके।