आईआईआरएफ रैंकिंग 2025 में सीयू ने हासिल किया आठवां स्थान : कुलपति
आईआईआरएफ रैंकिंग 2025 में सीयू ने हासिल किया आठवां स्थान : कुलपति
धर्मशाला, 16 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) 2025 द्वारा जारी नवीनतम रैंकिंग में विश्वविद्यालय को देश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में आठवां स्थान प्राप्त हुआ है। वहीं यह हिमाचल प्रदेश का सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाला विश्वविद्यालय बन गया है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता, अनुसंधान उत्कृष्टता, उद्योग से जुड़ाव और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सोमवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में स्थापित यह विश्वविद्यालय सीमित संसाधनों और अस्थायी परिसरों में कार्य करते हुए भी लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। इस वर्ष की आईआईआरएफ रैंकिंग में देशभर के 2500 से अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें सीयूएचपी ने कुल 1000 में से 985.21 अंक प्राप्त किए। यह रैंकिंग शिक्षा, अनुसंधान, उद्योग सहभागिता, प्लेसमेंट, अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण, और सामाजिक प्रभाव जैसे सात मानकों पर आधारित थी।
विशेष रूप से, विश्वविद्यालय को शिक्षण-शिक्षण संसाधन और पेडागॉजी में प्रथम स्थान (220.5 अंक) तथा अनुसंधान क्षेत्र में दूसरा स्थान (199.9 अंक) प्राप्त हुआ है। यह रैंकिंग शोध प्रकाशनों की संख्या, एच-इंडेक्स (63), और पीएचडी उपाधियों की संख्या के आधार पर तय की गई। साथ ही, विश्वविद्यालय को प्लेसमेंट प्रदर्शन और छात्र सहायता में देशभर में पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है।
कुलपति प्रो. बंसल ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, शोधार्थियों, छात्रों और प्रशासनिक कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह रैंकिंग हमारे संकल्प, परिश्रम और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हिमाचल की पर्वतीय धरती पर स्थापित यह विश्वविद्यालय अब वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है। हमारा लक्ष्य उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और समावेशी बनाना है।”
यह उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद से A+ ग्रेड प्राप्त है तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा ग्रेडेड स्वायत्तता दी गई है। सीयूएचपी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के लिए उत्तर क्षेत्रीय नोडल केंद्र भी नामित किया गया है। विश्वविद्यालय ने अपने पाठ्यक्रमों को नीति के अनुरूप पुनर्गठित किया है, जिसमें बहु-विषयक, कौशल-आधारित, अनुसंधान-उन्मुख एवं मूल्य-आधारित शिक्षा का समावेश है। इस अवसर पर कुलपति के साथ कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा और अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार सहित अन्य संकाय सदस्य मौजूद रहे।