भारतीय सैन्य अकादमी में 55वें नियमित और 39वें तकनीकी स्नातक कोर्स का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन
भारतीय सैन्य अकादमी में 55वें नियमित और 39वें तकनीकी स्नातक कोर्स का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन
देहरादून, 22 जून (हि.स.)। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून ने सेवा निवृत अधिकारियों के एक उल्लेखनीय समूह का एक हृदयस्पर्शी पुनर्मिलन में स्वागत किया, जिन्होंने पचास साल पहले युवा सैन्य अफसरों के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी। 55 नियमित और 39 तकनीकी स्नातक कोर्स के 153 पूर्व अधिकारी, जो 1975 में आईएमए से पास आउट हुए थे, 21 से 22 जून 2025 को आईएमए में पुनः एकत्र हुए। इनके साथ कोर्स की 7 वीर नारियां भी मौजूद रही।
ये बहादुर अधिकारी, उस संस्था को स्मरण करने के लिए एक साथ आए जिसने उन्हें काबिल सैन्य अधिकारी बनाया। देश के विभिन्न कोनों और कुछ विदेशों से आए पूर्व छात्रों ने आईएमए में अपने दिनों को प्रेम पूर्वक याद किया, जहां उन्हें असाधारण प्रशिक्षकों और सलाहकारों द्वारा तैयार किया गया था। इन प्रतिष्ठित अधिकारियों ने देश भर में और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पदों पर काम किया है, जिनमें से कुछ आर्मी कमांडरों के पद तक पहुंचे हैं और जिन्हें सेना द्वारा बहादुरी और विशिष्ट सेवा के लिए प्रशंसा मिली है।
इन पूर्व सैन्य अधिकारियों ने अपने शहीद साथियों के सम्मान में पुष्पांजलि समारोह के साथ अपने उन शहीद साथियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
आईएमए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नागेन्द्र सिंह ने इन अधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत किया, और इस बात पर जोर दिया कि संस्थान उन लोगों को कभी नहीं भूलता जो अपनी शिक्षाओं को अपने जीवन की यात्रा में ले गए और उन्होंने सभी दिग्गजों को आधी सदी के बाद अपनी मातृ संस्था में लौटने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। सम्पूर्ण कोर्स की तरफ से कर्नल सुखराम चौधरी ने आईएमए के कमांडेंट का आभार व्यक्त किया।