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शिमला में सेब सीजन की तैयारियां पूरी, पांच जगह नियंत्रण कक्ष स्थापित

शिमला में सेब सीजन की तैयारियां पूरी, पांच जगह नियंत्रण कक्ष स्थापित

शिमला, 16 जून (हि.स.)। जिला शिमला में सेब सीजन की तैयारियों को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। सोमवार को उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में बचत भवन सभागार में इसे लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें सेब के सफल और व्यवस्थित सीजन संचालन को लेकर तमाम विभागीय अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की गई।

बैठक में सेब परिवहन, सड़क स्थिति, ट्रैफिक व्यवस्था, मजदूरों की उपलब्धता, पैकिंग सामग्री, नियंत्रण कक्षों की स्थापना तथा विभागों के बीच बेहतर समन्वय को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बागवानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित की जाएं।

जिले के पांच स्थानों पर स्थापित होंगे नियंत्रण कक्ष

सेब ढुलाई की निगरानी और समस्याओं के समाधान के लिए जिले के पांच स्थानों—फागू, बलग, शोघी, गुम्मा और कुड्डु में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। मुख्य नियंत्रण कक्ष फागू में 15 जुलाई से कार्यशील होगा, जहां से पूरे जिले की निगरानी की जाएगी। कंट्रोल रूम में टेलीफोन, फैक्स, सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था के साथ कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। जरूरत अनुसार पुलिस बल भी विभिन्न स्थानों पर तैनात रहेगा।

ओवरलोडिंग और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नहीं होगा बर्दाश्त

उपायुक्त ने कहा कि सेब सीजन के दौरान यदि किसी वाहन में ओवरलोडिंग पाई जाती है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए विशेष यातायात योजना बनाई गई है। ट्रकों को शिमला शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी और उन्हें ढली-मेहली बाईपास से भेजा जाएगा। सुबह 5 बजे से रात 9:30 बजे तक सेब से लदे ट्राले ठियोग और शिमला के बीच नहीं चल सकेंगे।

मालभाड़े की दरें होंगी तय, अधिक शुल्क पर होगी कार्रवाई

उपायुक्त ने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्रों में सेब ढुलाई की दरें तय कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। दरों में सड़क की स्थिति, पेटियों की संख्या और डीजल कीमतों को ध्यान में रखा जाएगा। ये दरें नियंत्रण कक्षों, सार्वजनिक स्थलों और मंडियों में प्रदर्शित की जाएंगी। अधिक शुल्क वसूलने की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आढ़तियों और चालकों के लिए होंगे लाइसेंस व पहचान पत्र अनिवार्य

सेब कारोबार में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी आढ़तियों को उचित सत्यापन के बाद लाइसेंस जारी किए जाएंगे। बिना लाइसेंस के आढ़तियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। साथ ही, चालकों और क्लीनरों को भी पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। पिकअप वाहनों के लिए शुल्क 200 रुपये, 6-पहिया ट्रकों के लिए 500 रुपये और ट्रालों के लिए 1000 रुपये तय किया गया है।

फल मंडियों में सुविधाएं हों सुनिश्चित

उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी एसडीएम, बागवानी उप निदेशक और एपीएमसी सचिव मंडियों का नियमित निरीक्षण करें। वहां स्वच्छता, पीने के पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।

इस बार सेब की पैदावार अधिक होने की संभावना

प्रशासन को इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक पैदावार की उम्मीद है। 2024 में 1.62 करोड़ से अधिक बॉक्स में करीब 3.25 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन हुआ था। इस बार यह आंकड़ा पार होने की संभावना है। एचपीएमसी द्वारा 15 जुलाई से एमआईएस संग्रहण केंद्र चालू किए जाएंगे। साथ ही, पेटियों और कार्टन की दरें निर्धारित करने की प्रक्रिया को समय रहते पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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