गोपालन विभाग का एप अपग्रेड, डुप्लीकेट टैग से भुगतान नहीं होगा- गोपालन मंत्री
गोपालन विभाग का एप अपग्रेड, डुप्लीकेट टैग से भुगतान नहीं होगा- गोपालन मंत्री
जयपुर, 25 जून (हि.स.)। गोपालन, डेयरी, पशुपालन एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि प्रदेश की गौशालाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ अनुदान राशि का भुगतान समय पर मिले इसके लिए गोपालन विभाग ने अपनी एप में आमूलचूल परिवर्तन किया है। इस परिवर्तन के साथ डुप्लीकेट टैग के जरिए भुगतान उठाने की आशंका पूरी तरह से खत्म हो गई है।
कुमावत ने मंगलवार को पत्रकारों को पशुपालकों के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, नस्ल सुधार के लिए गिर गाय में ब्राजील के उन्नत नस्ल के गिर सांड का सीमन लगाने, सैक्स सोर्टेड तकनीक, मोबाइल वेटेनरी वैन, गोपालक क्रेडिट कार्ड योजना की प्रगति के बारे में जानकारी दी। गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गोशालाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि तत्कालीन सरकार के समय गौवंश की संख्या अधिक बताकर करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान उठाने का मामला सामने आने पर उसकी जांच करवाई गई। मंत्री ने कहा कि जांच के बाद अकेले जैसलेमर जिले में 28 गौशालाओं को दोषी पाए जाने पर उन्हें ब्लैकलिस्ट करते हुए वर्ष-2024-25 के दूसरे चरण का भुगतान रोक दिया गया। साथ इन गौशालाओं की विस्तृत व प्रभावी तरीके से जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को जांच सौंपी गई है। इसके अलावा पिछले कुछ समय से गौवंश के डुप्लीकेट टैग लगाकर उनकी संख्या अधिक दिखाकर भुगतान उठाने के मामले भी गोपालन विभाग ने पकड़े हैं। इस जांच में 49 हजार 314 फर्जी गौवंश का भंडाफोड़ करते हुए संबंधित गौशालाओं की अनुदान राशि रोकी गई है। इससे गोपालन विभाग ने 29 करोड़ 58 लाख 84 हजार रुपए की राशि की बचत की है।
गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि गौशालाओं को समय पर अनुदान राशि का भुगतान हो इसके लिए गोपालन विभाग की एप में अपग्रेडेशन किया गया है। इसके बाद नवंबर, दिसंबर-2024, जनवरी, फरवरी व मार्च-2025 तक के 150 दिन की बकाया करीब 811 करोड़ रुपए की राशि जल्द ही जारी की जाएगी। कुमावत ने कहा कि गौवंश की संख्या गलत बताकर किसी भी तरह का गलत भुगतान नहीं उठा सकेगा। साथ ही, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गलत भुगतान उठाने वालों से रिकवरी भी की जाएगी।
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