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बुलंदशहर: अगवा लड़की के आरोपी की रहस्यमयी मौत, दादा ने लगाए गंभीर आरोप!

पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के संबंध में बुलंदशहर जिले के एक गांव में उत्पन्न हालात ने सबको चौका दिया है। अर्जुन लोधी नामक 25 वर्षीय युवक, जिसकी लाश एक पेड़ पर फांसी पर लटकी हुई मिली, की बहन शीतल ने बताया कि पुलिस ने उनके घर में घुसकर उनकी चारपाई, मोबाइल और गेट तोड़ दिए। पुलिस के अधिकारियों ने परिवार को धमकी दी कि यदि अर्जुन नहीं मिला, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। यह सब तब हुआ जब अर्जुन पर एक BA की छात्रा को कथित तौर पर किडनैप करने का आरोप लगाया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ही बताएगी कि यह हत्या है या आत्महत्या, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह छात्रा आखिर कहां गई, जिसका कहीं कोई अता-पता नहीं है।

ख्वाजपुर गांव, जहां यह घटना घटित हुई, दिलावरी देवी डिग्री कॉलेज चिंगराठी की छात्रा कुमकुम का रहवास है। कुमकुम 2 मई को अपने घर से कॉलेज जाने का कहकर निकली थी और इसके बाद से उसका कुछ अता-पता नहीं चल पाया। छात्रा के पिता सुरेंद्र लोधी ने अर्जुन पर 4 मई को पुलिस में FIR दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि अर्जुन ने उनकी बेटी को बहला-फुसला कर भगा लिया। छात्रा की मां जयवती बताती हैं कि उन्हें यकीन था कि बेटी स्कूल जा रही है, लेकिन जब काफी समय बीत गया और कुमकुम वापस नहीं आई, तब उन्होंने तलाश शुरू की।

अर्जुन, जो गुरुग्राम में एक CNG पंप पर काम करता था, 29 अप्रैल को गांव आया था, जब उसके रिश्ते के लिए लोग आए थे। उसके बाद वह 30 अप्रैल को वापस चला गया था। जब पुलिस ने अर्जुन को 4 मई को पूछताछ के लिए बुलाया, तो वह घबरा गया और छिपता रहा। शीतल ने बताया कि पुलिस ने उन्हें धमकाया और परिवार को आतंकित किया। मृतक के मामा वीरेंद्र ने भी इस बात की पुष्टि की कि अर्जुन पुलिस से डर रहा था और उसे आशंका थी कि उसे संबंधित मामले में गलत तरीके से implicate किया जा सकता है।

7 मई को अर्जुन की लाश के मिलने से मामला और भी जटिल हो गया। परिवार के सदस्यों का कहना है कि गोलीबारी के बाद से पुलिस लगातार उन्हें परेशान कर रही थी। अर्जुन के दादा प्रीतम सिंह ने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके परिवार के खिलाफ मनमाने तरीके से कार्रवाई की। अर्जुन के पिता जिते सिंह ने आरोपी लड़की के परिवार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके बेटे का किसी भी तरीके से कोई अपराध नहीं है।

पुलिस के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) रिजुल कुमार ने बताया कि इस मामले में कई टीमें छात्रों की तलाश में लगी हैं और जब तक छात्रा मिल नहीं जाती, तब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होगी। पुलिस अब अर्जुन के मामले में आगे की कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर करेगी, जो यह स्पष्ट करेगी कि अर्जुन की मौत का कारण क्या था। इस बीच, घटना की जटिलताओं ने सभी पक्षों के लिए सवाल उठाए हैं कि आखिर सच क्या है? क्या यह एक हत्या है या आत्महत्या? वास्तविकता की खोज जारी है।

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