कुल्लू के कारीगरों की कारीगरी हॉलीवुड में, निक्की रीड ने पहनी इंदिरा रोज केप!
हॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री निक्की रीड ने हाल ही में काउगर्ल मैगजीन के कवर पेज पर एक विशेष और खूबसूरत इंदिरा रोज केप पहनी है, जिसे हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी की महिला कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। यह खास केप जैजी एक्स कुल्लवी विहंस कलेक्शन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। निक्की ने इस खास क्षण को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने इस पारंपरिक परिधान की खासियतों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस केप का निर्माण हिमालय की महिलाओं के साथ मिलकर वास्तविक हस्तशिल्प तकनीकों का उपयोग करके किया गया है। यह विशेष रूप से कुल्लू की गद्दी समुदाय की महिला कारीगरों की शानदार कला को प्रदर्शित करता है। इस केप की हर एक सिलाई न केवल इसकी खूबसूरती को बढ़ाती है, बल्कि इसमें विरासत और प्रेम की एक अद्भुत कहानी भी समाहित है। यह परिधान न केवल फैशन का एक हिस्सा है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और शिल्प कौशल का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
कुल्लवी थ्रेड्स का हॉलीवुड जैसे बड़े मंच पर अपनी पहचान बनाना स्थानीय कारीगरों के लिए गर्व की बात है। यह न केवल पारंपरिक तकनीकों को पुनर्जीवित करता है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण का भी एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है। जब स्थानीय कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा जाता है, तो यह अन्य महिला कारीगरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनता है। यह दर्शाता है कि स्थानीय स्तर पर बनाई गई कलाकृतियों को वैश्विक पहचान मिल सकती है।
निक्की रीड का यह कदम फैशन उद्योग में बदलाव और स्थिरता की दिशा में एक नया आयाम जोड़ता है। उनका यह प्रयास यह साबित करता है कि आधुनिक फैशन भी पारंपरिक शिल्प का सम्मान कर सकता है और उन्हें वैश्विक मंच पर लाने में मदद कर सकता है। इस तरह की पहलों से न केवल स्थानीय कारीगरों को आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि यह उनके लिए सामाजिक सशक्तिकरण का एक नया रास्ता भी खोलता है।
अंततः, इस पहल के माध्यम से हम देख सकते हैं कि कैसे पारंपरिक कला और श्रमिकों का योगदान आधुनिक फैशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। निक्की रीड का यह प्रेरणादायक कदम उनके प्रशंसकों और अन्य कलाकारों के लिए एक प्रोत्साहन बन सकता है कि वे अपने काम में स्थानीय संस्कृति को शामिल करें और उसे बढ़ावा दें। यह न केवल তাঁদের पहचान को बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि समाज में बदलाव लाने की दिशा में भी कार्य करेगा।