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हाईकोर्ट का बयान: मां का नाम शैक्षणिक रिकॉर्ड में बच्चे की पहचान का आधार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने बोर्ड की अंक तालिका में मां के नाम में सुधार से संबंधित एक महत्वपूर्ण मामले में अपनी सोच व्यक्त की है। अदालत के अनुसार, बच्चे के शैक्षणिक रिकॉर्ड में मां का नाम केवल एक साधारण विवरण नहीं बल्कि बच्चे की पहचान के लिए आवश्यक तत्व है, जो उसके व्यक्तिगत विकास को जोड़ता है। न्यायमूर्ति अनूप कुमार ढंड ने चिराग नरूका की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यदि याचिकाकर्ता अपने स्कूल के प्रिंसिपल से मां के नाम के संशोधन के लिए सत्यापन कर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करता है, तो बोर्ड उसे अंक तालिका में आवश्यक सुधार दे सकता है।

उच्च न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी व्यक्ति के दस्तावेज़ों में नाम गलत लिखा हो, तो उसे अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि एक व्यक्ति को उसके नाम से पहचानना उसकी वास्तविकता को स्वीकार करना है। पढ़ाई के साथ साथ एक सही नाम का होना भी आवश्यक है ताकि किसी प्रकार की प्रशासनिक या कानूनी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

यह मामला चिराग नरूका से जुड़ा है, जिनकी 10वीं और 12वीं की अंक तालिकाओं में उनकी मां का नाम “टीना नरूका” के रूप में लिखा गया था, जबकि वैधानिक दस्तावेजों, जैसे विवाह प्रमाण पत्र में नाम “आशा नरूका” है। इस विसंगति के कारण चिराग ने 25 जुलाई, 2022 को शिक्षा बोर्ड में एक शपथ पत्र प्रस्तुत किया था, जिसमें उन्होंने मां के नाम में सुधार का आग्रह किया था; लेकिन बोर्ड ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।

इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि अदालतें शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और गंभीरता को कैसे सुनिश्चित करना चाहती हैं। नाम में सुधार की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए न्यायालय ने प्रिंसिपल से सत्यापन की आवश्यकता बताई है। यह आदेश भविष्य में भी ऐसे मामलों की कानूनी राह को सरल बनाएगा, जहां नामों के गलत विवरणों का मामला उठता है।

समाज में इस प्रकार के मामलों पर ध्यान केंद्रित करना न केवल संबंधित व्यक्तियों के लिए लाभदायक होगा, बल्कि यह शिक्षा क्षेत्र में न्याय और अधिकारिता को भी बढ़ावा देगा। अदालत का यह निर्णय साबित करता है कि नाम का सही होना कितना महत्वपूर्ण है, खासकर जब यह किसी व्यक्ति की पहचान का हिस्सा हो। उम्मीद की जा रही है कि संबंधित शिक्षा बोर्ड अब इस मामले पर ससमय और उचित कार्रवाई करेगा और चिराग की अंक तालिका में मां का सही नाम सुधारने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करेगा।

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