एसडीआरएपफ ने अनाम चोटी पर फहराया तिरंगा
एसडीआरएपफ ने अनाम चोटी पर फहराया तिरंगा
देहरादून, 02 मई (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की 20 सदस्यीय पर्वतारोही टीम ने उत्तरकाशी जनपद की नेलांग वैली स्थित नीलापानी क्षेत्र की 6,054 मीटर ऊंची, दुर्गम एवं अब तक अविजित चोटी पर तिरंगा फहराया।
एसडीआरएफ की 20 सदस्यीय पर्वतारोही टीम को एसडीआरएफ के सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने 5 अप्रैल को फ्लैग ऑफ किया था और टीम ने आज अभियान में सफलता हासिल की। उत्तराखंड राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड की समृद्ध हिमालयी प्राकृतिक सौंदर्य और पर्वत श्रृंखलाओं में साहसिक खेलों और पर्यटन को बढ़ावा देने के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए इस प्रकार के अभियानों को विशेष रूप से प्रोत्साहित कर रहे हैं।
आगामी अगस्त व सितंबर माह में भी इसी प्रकार के पर्वतारोहण और साहसिक अभ्यास अभियानों का आयोजन प्रदेश के अलग-अलग हिमालयी क्षेत्रो में कराया जाना प्रस्तावित है, जिससे प्रदेश की साहसिक पर्यटन संभावनाओं को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई जा सके। टीम ने पर्वतारोहण के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए क्षेत्र में स्वच्छता अभियान भी संचालित किया। इस दौरान शिविर स्थलों और पर्वतीय मार्गों से प्लास्टिक व अन्य कचरा हटाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि टीम ने जिस साहस और समर्पण का प्रदर्शन किया है, वह उत्तराखंड पुलिस बल के लिए गर्व की बात है।
पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएपफ अरुण मोहन जोशी ने कहा कि नीलापानी क्षेत्र की इस दुर्गम चोटी पर टीम का सफल आरोहण बल की उत्कृष्ट तैयारी, टीम भावना और पर्वतारोहण क्षमता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि टीम ने इस अभियान के दौरान जो साहस, अनुशासन और समर्पण दिखाया है, वह प्रशंसनीय है।
टीम लीडर उप निरीक्षक मनोज रावत ने अभियान के अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस अविजित चोटी तक पहुंचना केवल एक पर्वतारोहण अभियान ही नहीं बल्कि साहस, धैर्य और टीम वर्क की परीक्षा थी। अत्यधिक ऊंचाई, बर्फीले तूफान और ऑक्सीजन की कमी जैसी परिस्थितियाँ हर कदम पर चुनौती थीं। लेकिन टीम ने अटूट संकल्प और अनुशासन के साथ हर कठिनाई का सामना किया और सफलतापूर्वक इस दुर्गम चोटी को फतह किया।
टीम में सचिन रावत (डिप्टी लीडर), अपर उप निरीक्षक विरेन्द्र काला (क्लाइम्बिंग लीडर), मनोज कुमार (दूरसंचार), लीडिंग फायरमैन रवि चौहान, मुख्य आरक्षी सूर्यकांत उनियाल, सुशील कुमार, राकेश राणा, हरीश असवाल, फायरमैन प्रवीण चौहान, यशपाल सिंह, कांस्टेबल बसंत कुमार, सुरेंद्र गोस्वामी, आशीष बिष्ट, महेंद्र सिंह, किशन सिंह, अरविंद सिंह, फार्मासिस्ट अभिषेक व्यास, कुक जितेंद्र सिंह, आशीष शामिल रहे।