मधुमक्खियों ने बोला हमला, दो दर्जन प्रशिक्षु वन दरोगा घायल
मधुमक्खियों ने बोला हमला, दो दर्जन प्रशिक्षु वन दरोगा घायल
चार की हालत गंभीर, मड़िहान सीएचसी में मचा हड़कंप
मीरजापुर, 27 मई (हि.स.)। मड़िहान थाना क्षेत्र के झरीनगर स्थित वन पौधशाला में उस वक्त अफरा-तफरी का माहाैल बन गया जब ट्रेनिंग के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने प्रशिक्षु वन दरोगाओं पर हमला बोल दिया। मौके पर चीख-पुकार मच गई। लगभग दो दर्जन प्रशिक्षु घायल हो गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़िहान में भर्ती कराया गया।
कानपुर से वन दरोगा का प्रशिक्षण ले रहे करीब पांच दर्जन प्रशिक्षु मंगलवार सुबह झरीनगरी पौधशाला भ्रमण पर पहुंचे थे। यह टीम कानपुर के रेंजर राजेंद्र जैसवाल के नेतृत्व में मड़िहान वन रेंज पहुंची थी। क्षेत्रीय भ्रमण के बाद जब प्रशिक्षु लौटने ही वाले थे, तभी पौधशाला के पास अचानक मधुमक्खियों का झुंड हमला कर बैठा।
देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई। दरोगा अपने बचाव में इधर-उधर दौड़ पड़े, लेकिन दो दर्जन से ज्यादा प्रशिक्षु उनके डंक का शिकार हो गए। मौके पर तैनात वन विभाग के कर्मचारियों ने तत्काल सूझबूझ दिखाते हुए आग जलाया और कंबल की मदद से मधुमक्खियों को भगाया।
घायलों को तत्काल विभागीय वाहन से सीएचसी मड़िहान लाया गया। यहां डॉ. राधेश्याम बर्मा की देखरेख में सभी का प्राथमिक उपचार किया गया। हालत गंभीर होने पर रेंजर राजेंद्र जैसवाल समेत चार दरोगाओं को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही डीएफओ अरविंद राज मिश्र भी सीएचसी मड़िहान पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सकों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए और सभी घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल भेजवाया।
वन रेंजर देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि यह पूरी घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विभाग इस पर पूरी नजर रखे हुए है और घायलों को हरसंभव मदद दी जा रही है।
उधर, प्रशिक्षु दरोगाओं के परिजनों को जैसे ही इस हमले की खबर मिली, कई लोग कानपुर से रवाना हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और वन विभाग की टीमें भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
सवाल खड़ा कर गई घटना
इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है। प्रशिक्षु दरोगाओं को क्षेत्र भ्रमण के दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा किट या एहतियात क्यों नहीं दी गई थी? मधुमक्खियों के संभावित हमले से निपटने की कोई तैयारी क्यों नहीं थी? वन विभाग अब मामले की जांच की बात कह रहा है। फिलहाल, मड़िहान सीएचसी और जिला अस्पताल में प्रशिक्षु दरोगाओं के इलाज का दौर जारी है।