बठिंडा में प्लेन में आग लगकर क्रैश, धमाके से टुकड़ों में बंटा!
पंजाब के बठिंडा में ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए गए एयर स्ट्राइक के दौरान एक प्लेन के गिरने की घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। यह गंभीर घटना रात करीब 1:25 बजे तारीख 25 अक्टूबर को अकलियां कलां गांव के पास एक खेत में हुई। जिस खेत में प्लेन गिरा, वह लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित है और वहां मक्के की फसल बोई गई थी। इस घटनास्थल पर पहुंचकर दैनिक भास्कर की टीम ने पाया कि पुलिस ने पूरे गांव को सील कर दिया है और वहां आम लोगों और मीडिया की एंट्री में पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। केवल अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं।
घटनास्थल पर मौजूद कुछ चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने आसमान में एक जलती हुई वस्तु को गिरते हुए देखा। जब वह प्लेन जमीन पर गिरा, तो जोरदार धमाका हुआ जिसने आसपास के लोगों को भयभीत कर दिया। घटना के तुरंत बाद ही पुलिस ने पूरे गांव को घेर लिया और चारों ओर नाकाबंदी शुरू कर दी। तीन चश्मदीदों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्लेन गिरते वक्त उसमें आग लग गई थी और इसके गिरने के बाद जोरदार धमाके से घरों की खिड़कियां तक कांप गई थीं।
इस घटना में 10 लोग घायल हुए, जिनमें से 7 को बठिंडा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक व्यक्ति गोविंद, जो हरियाणा के चरखी दादरी का निवासी था, की घटना के दौरान मौत हो गई। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, गोविंद जब प्लेन के गिरने की जगह पर पहुंचा, तब वह धमाके की चपेट में आ गया।
पुलिस ने मीडिया के सवालों का जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। स्टेशन हाऊस ऑफिसर (SHO) ने स्पष्ट किया कि उपर से सख्त आदेश हैं कि इस घटना के संबंध में कोई बयान नहीं दिया जा सकता। इसी बीच, गांव के लोगों में डर का माहौल है और पुलिस ने हिदायत दी कि कोई भी व्यक्ति वहां वीडियो बनाने या अन्य गतिविधियों में शामिल न हो।
सभी घायलों को पुलिस की निगरानी में रखा गया है और उनके परिजनों को मिलने की अनुमति नहीं दी गई है। इस पूरी घटना ने न केवल प्रभावित गांव के लोगों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बना दिया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए लोगों में घबराहट बनी हुई है।
इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय लोगों के लिए संकट पैदा करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को भी उजागर करती हैं। इसलिए, इस घटना की जांच और उसकी सच्चाई को सामने लाना आवश्यक है।