महोबा पत्थर मंडी में गहराया जल संकट, टैंकरों से हो रही पानी की आपूर्ति
महोबा पत्थर मंडी में गहराया जल संकट, टैंकरों से हो रही पानी की आपूर्ति
महोबा, 17 अप्रैल (हि.स.)। देश की सबसे बड़ी पत्थर मंडी में शुमार उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की कबरई में 40 हजार से ज्यादा की आबादी पानी के लिए घंटों मशक्कत करने को परेशान हैं। नगर पंचायत के टैंकरों से वार्डों में पानी की सप्लाई की जा रही है जो ऊँट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। कई बार पानी के लिए लोगों का आपस में विवाद भी हो जाता है। गर्मी में बढ़ते तापमान के बीच अब पेयजल का संकट गहराने लगा है।
कबरई कस्बा के मुहाल राजेंद्र नगर, इंद्रा नगर, आजाद नगर, सुभाष नगर, भगत सिंह नगर, जवाहर नगर और विशाल नगर समेत अन्य मुहालों में पानी की भयाभय स्थिति हो रही है। गुरुवार को कस्बा निवासी मुन्ना लाल, रामकिशोर, श्यामलाल, विनय सिंह, अरविंद समेत अन्य लोगों ने बताया कि लोगों की प्यास बुझाने के लिए नगर पंचायत के टैंकरों से जल की आपूर्ति की जा रही है जो कि नाकाफी है।पानी टैंकर पहुंचते ही लोग पानी भरने के लिए टूट पड़ते हैं। देखते ही देखते मिनटों में पूरा टैंकर खाली हो जाता है।
नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी ने बताया कि कस्बे में पानी की समस्या को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वार्डों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति कराई जा रही है। समस्या के निस्तारण के लिए पानी की टंकी का निर्माण कराया गया है, जिससे जल्द ही जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।
जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उदासीनता के चलते जल संकट से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पानी को लेकर लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। लोग पानी के चक्कर में अपना काम धंधा छोड़ने को मजबूर हैं। जल संकट गहराने के कारण यहां के युवाओं की शादियाँ भी प्रभावित हो रही है।
बेलगाम खनन से बिगड़ रहा प्राकृतिक संतुलन
प्रशासन ने कलशहा बाबा धाम में पानी की टंकी का निर्माण कराया और पाइपलाइन बिछाई गई है, लेकिन वह अभी तक शुरू नहीं की जा सकी है। यहां बेलगाम खनन से प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है जिससे लगातार जलस्तर नीचे जा रहा है। लोग बार-बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से समाधान के निस्तारण की गुहार लगा रहे हैं।
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