RTDC होटल में कर्मचारियों का बड़ा चोरी कांड: बोटिंग कलेक्शन गायब, हैल्पर निकले दोषी!
अलवर स्थित सीलीसेढ़ आरटीडीसी होटल में 31 मार्च को हुई 4.81 लाख रुपये की चोरी का मामला अब हल हो चुका है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी 20 वर्षीय यश राजपूत को पकड़ लिया है, जो भिवानी, हरियाणा का निवासी है। यश ने चोरी में अपने साथी हेल्पर की सहायता ली थी, जो की बोटिंग ठेकेदार के पास काम करता था। इस मामले की जानकारी सीसीटीवी कैमरों की मदद से सामने आई, जिसने पुलिस को इस अपराध का सुराग दिया।
पुलिस के अनुसार, यश सिलीसेढ़ में मछली पकड़ने वाले ठेकेदार के लिए काम करता है और वहीं पास एक अस्थाई डेरे में निवास करता है। यश के फरार साथी ने उसे बताया था कि होटल की अलमारी में बोटिंग का कैश रखा हुआ है। दोनों ने योजना बनाई कि वे मिलकर इस कैश को चुराएंगे। हेल्पर ने पहले होटल जाकर अलमारी का लॉक तोड़ा और फिर यश को फोन करके इसकी सूचना दी, ताकि कोई उन्हें संदेह न कर सके।
जब यश ने बोट के जरिए होटल पहुंचा, तो उसने वहां रखे 4.81 लाख रुपये चुरा लिए और फिर वापस अपने डेरे की ओर लौट गया, जहां उसने चोरी की गई रकम को छुपा दिया। इसके बाद, दोनों ने चुराई गई राशि को आपस में बांट लिया; हेल्पर ने 2 लाख रुपये अपने पास रख लिए, जबकि यश ने 2.81 लाख रुपये अपने पास रखे। इस वारदात की रिपोर्ट थानाधिकारी प्रेमलता ने 31 मार्च को प्राप्त की थी, जब एक कर्मचारी भागीरथ राठौर ने सूचना दी कि होटल में रखी अलमारी का लॉक तोड़कर बड़ी रकम चुरा ली गई है।
थानाधिकारी ने कहा कि जब पुलिस ने होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो संदिग्ध आरोपी यश होटल परिसर में कई बार घूमता नजर आया। इसके बाद, पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने हिरासत में जेल पुलिस द्वारा पूछे जाने पर चोरी की वारदात को कबूल कर लिया। इस पूरे मामले की छानबीन के बाद पुलिस ने 4.81 लाख रुपये में से 2.81 लाख रुपये आरोपी के कब्जे से बरामद कर लिए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि सही तकनीक और सूचना के माध्यम से पुलिस अपराधियों को पकड़ने में सफल होती है। सीसीटीवी कैमरा तकनीक ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आरोपी को गिरफ्तार करने में मदद की। पुलिस के इस ऑपरेशन से यह स्पष्ट होता है कि साइबर सुरक्षा से लेकर होटल सुरक्षा तक, सभी क्षेत्रों में सतर्कता आवश्यक है। अब पुलिस अन्य फरार आरोपी की तलाश में भी जुट गई है, ताकि उसे भी गिरफ्त में लाया जा सके और पीड़ित को उनका stolen पैसा लौटाया जा सके।