रावलपिंडी में पीटीआई के शीर्ष नेताओं और इमरान खान की बहनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बाद में मिली रिहाई
रावलपिंडी में पीटीआई के शीर्ष नेताओं और इमरान खान की बहनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बाद में मिली रिहाई
रावलपिंडी, 17 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान से मिलने के प्रयास में जुटे पार्टी के शीर्ष नेताओं और उनके परिवारजनों को गुरुवार को रावलपिंडी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए नेताओं में नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अय्यूब खान, पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता अहमद खान भच्चर और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के प्रमुख व पीटीआई सहयोगी साहिबजादा हमीद रज़ा शामिल थे। इमरान खान की बहनों अलीमा खान, नूरीन खानम और उज़मा खानम को भी हिरासत में लिया गया।
यह घटनाक्रम उस समय हुआ जब पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अदियाला जेल के बाहर इमरान खान से मुलाकात की अनुमति न मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया। गोरखपुर चेकपोस्ट के पास जमा प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक और झड़प हुई। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया, वहीं प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। इस दौरान कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने नेताओं को गिरफ्तारी वारंट दिखाकर एक जेल वैन में बैठाया। गिरफ्तारी से पहले विपक्ष के नेता उमर अय्यूब ने मीडिया से कहा, “देखिए, विपक्ष के नेता को गिरफ्तार किया जा रहा है। हमारे साथ पंजाब विधानसभा के नेता, हमीद रज़ा और अन्य नेता भी हैं। क्या यही कानून का राज है?” उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने गृह मंत्री मोसिन नक़वी को नेशनल असेंबली में नहीं बैठने दिया था।
घटना की पीटीआई प्रवक्ता शेख वक़ास अक़राम ने कड़ी निंदा की। उन्होंने इसे “बेहद निंदनीय” करार देते हुए सरकार से तुरंत सभी नेताओं और इमरान की बहनों की रिहाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसी कार्रवाइयां नहीं रुकीं, तो “जनता की तीव्र प्रतिक्रिया” सामने आ सकती है।
घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद सभी गिरफ्तार नेताओं, इमरान की बहनों और उनके चचेरे भाई क़ासिम खान को रिहा कर दिया गया। वे अपने निवास के लिए रवाना हो गए।
यह पूरा मामला इमरान खान की पार्टी पर जारी सरकारी दबाव को दर्शाता है, जो पाकिस्तान की राजनीति में बढ़ते तनाव का प्रतीक बनता जा रहा है।
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