शबाना आजमी ने किया खुलासा: जावेद से शादी पर कीचड़ उछालने के बावजूद सहे इल्जाम!
भारतीय फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियों में से एक, शबाना आजमी, एक समय में फेमिनिस्ट आइकन के रूप में जानी जाती थीं। हालाँकि, उनकी निजी जीवन के एक बड़े फैसले ने उन्हें विवादों में घेर लिया, जब उन्होंने प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर से विवाह किया। यह तब की बात है जब जावेद अख्तर पहले से ही हनी ईरानी के पति थे। हनी के साथ करीब 13 साल के भावनात्मक संबंध और विवाह समाप्त करने के बाद, जावेद ने शबाना के साथ नया जीवन शुरू किया। इस निर्णय के चलते शबाना और जावेद को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि तीनों ने उस समय चुप रहने का निर्णय लिया, लेकिन शबाना अब इस सिलसिले में अपनी चुप्पी तोड़ती नजर आई हैं।
हाल ही में एक फिल्मफेयर साक्षात्कार में, शबाना ने स्वीकार किया कि उस समय लोगों का गुस्सा पूरी तरह से उचित था। उन्होंने बताया कि वे एक ऐसे समय में एक फेमिनिस्ट के रूप में पहचानी जा रही थीं, और ऐसा कदम उठाने के लिए कई लोग उन्हें गलत समझ रहे थे। उनके फॉलोवर्स को यह महसूस हुआ कि उन्होंने किसी अन्य महिला के अधिकारों का उल्लंघन किया है। वे चाहने वाले उनसे उम्मीद कर रहे थे कि वे अपनी स्थिति स्पष्ट करें, लेकिन उन्होंने मौन को ही उचित माना। शबाना ने कहा, ‘अगर मैं उस समय अपनी स्थिति समझाने लगती, तो इससे उन लोगों को और ज्यादा निराशा होती जो इस स्थिति में शामिल थे। इस कारण मैंने चुप रहने का निर्णय लिया, जो बाद में सही साबित हुआ।’
वक्त बीतने के साथ शबाना और जावेद का रिश्ता बेहतर हुआ है, और उन्होंने हनी ईरानी के साथ भी एक सौहार्दपूर्ण मित्रता बना ली है। शबाना ने यह बताया कि अब उनका और हनी का संबंध इतना स्वस्थ है कि लोग इसे मानने से इंकार कर देंगे। उन्होंने कहा, ‘इसकी क्रेडिट हमें तीनों को जाता है। हमने कभी एक-दूसरे के खिलाफ बातें नहीं कीं, जिसने हमारे रिश्ते को बनाए रखा।’ यह एक महत्वपूर्ण सबक था कि निजी जीवन को सार्वजनिक विवादों से दूर रखना हमेशा बेहतर होता है।
शबाना ने इस बात पर भी चर्चा की कि जब लोगों को किसी के बारे में गलत फहमियां होती हैं, तो तुरंत प्रतिक्रिया देने का मन करता है, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया। उनका मानना है कि लोग ऐसी जटिल परिस्थितियों को समझ नहीं पाते। इस मामले में, बच्चों की भावनाएं भी जुड़ी थीं। जावेद और हनी के दो बच्चे हैं—जोया और फरहान अख्तर। शबाना ने कहा कि बच्चों के जुड़ने पर स्थिति और भी कठिन हो जाती है और इस मामले में लोगों की नाराजगी बिल्कुल सही थी।
जावेद अख्तर ने भी इस रिश्ते के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। ‘एंग्री यंग मैन’ नाम की एक श्रृंखला में उन्होंने बताया था कि अपनी शादी के टूटने का 60 से 70 प्रतिशत जिम्मेदारी उनकी थी। उन्होंने कहा, “अगर उस समय मेरे पास आज की समझ होती, तो शायद स्थिति और भी बेहतर होती।” शबाना आजमी और जावेद अख्तर का यह अनुभव दर्शाता है कि रिश्तों में मुठभेड़ और सामाजिक आलोचना का एक अभिन्न हिस्सा होता है, लेकिन संवाद और समझ की कमी ही इन समस्याओं को बढ़ाती है।