लखनऊ में हजार घरों की जगह उगेगा जापानी तकनीक से सजता ‘सौमित्र वन’!
**लखनऊ का अकबरनगर: अवैध निर्माणों का सफाया, सौमित्र वन की नई पहचान**
लखनऊ के अकबरनगर क्षेत्र का हाल ही में किया गया विकास कार्य अब सुर्खियों में है। 10 जून, 2024 से 18 जून, 2024 तक चले एक ऑपरेशन में प्रशासन ने अवैध निर्माणों को गिराकर यहां के 1800 से अधिक घरों, दुकानों और अन्य निर्माणों को जमींदोज कर दिया। यह कार्रवाई 9 महीने पहले हुई थी, और अब यह जानने का समय है कि उस स्थान पर अब क्या बन रहा है। जिन लोगों का घर तोड़ा गया, उनको एलडीए के माध्यम से नए फ्लैट उपलब्ध कराए गए, और अब उन्होंने नई जगह पर अपने जीवन को फिर से स्थापित कर लिया है। लेकिन अब सवाल यह है कि जमींदोज की गई भूमि पर विकास के कौन से नए अध्याय लिखे जा रहे हैं?
अकबरनगर के इतिहास को देखें तो, 1970 के दशक में यह क्षेत्र घने जंगल से ढका हुआ था। उस समय, लखनऊ के मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी ने गोमती नदी को कुकरैल नदी से जोड़ने का निर्णय लिया था, जिसके कारण इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया। धीरे-धीरे अभियासिक कार्यों के चलते, स्थानीय निवासियों ने टीन की छत डालकर रहना शुरू कर दिया। इस तरह से 1972 से लेकर 2024 तक करीब 2000 परिवार इस क्षेत्र में बस गए। हाल में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुकरैल नदी के किनारे रिवर फ्रंट के विकास की घोषणा की थी, जिसके तहत उन अतिक्रमणों को हटाया गया जो शहर की बढ़ती जनसंख्या के बीच अव्यवस्था का कारण बन रहे थे।
अब इस जमीनी बदलाव के पार्श्व में, अकबरनगर की तस्वीर तेजी से बदल रही है। जहां पर पहले अवैध निर्माण हुआ करते थे, वहां अब ‘सौमित्र वन’ नामक एक पार्क का निर्माण हो रहा है। यह पार्क भगवान राम के भाई लक्ष्मण के नाम पर रखा गया है। निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें सीमेंटेड सड़क, हरी घास और सजावटी फूलों की क्यारियां शामिल हैं। इस विकास कार्य में 25 मजदूर लगे हुए हैं, और अनुमान है कि यह पार्क अगले 15 दिनों में तैयार हो जाएगा।
इसके अलावा, यहां पेड़ लगाने के लिए जापानी तकनीक ‘मियावाकी’ का उपयोग किया गया है। इस तकनीक के तहत एक वर्ग मीटर में 3 से 4 पौधे लगाकर उन्हें तेजी से बढ़ाया जाता है। पार्क में 6 हजार बड़े और 4 हजार छोटे पौधों का रोपण किया गया है, जिसमें आम, इमली, धार, आंवला और अन्य पेड़ शामिल हैं। यह जिला विकास का एक अद्भुत उदाहरण है, जो न केवल क्षेत्र को सजाएगा, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए एक हरित स्थान भी प्रदान करेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूरे अकबरनगर क्षेत्र में तीन मुख्य हिस्सों में विकास कार्य किया जा रहा है। सौमित्र वन पार्क के अलावा, ‘शक्ति वन पार्क’ का निर्माण नगर निगम के द्वारा किया जाएगा, जबकि जल निगम द्वारा अन्य कार्य चल रहे हैं। इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य न केवल पर्यावरण का संरक्षण करना है, बल्कि लखनऊ शहर को एक सौंदर्यीकरण के नए आयाम देना भी है। इस तरह के विकास कार्यों से लखनऊ का चेहरा और भी सुंदर और जीवंत बनने की उम्मीद है।