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हरियाणवी सिंगर का दूसरा गाना बैन: क्या भोजपुरी सॉन्ग बनेगा नया रास्ता?

हरियाणा में गुरिल्ला गन कल्चर को बढ़ावा देने के खिलाफ हरियाणवी गानों पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा तेजी से उठ रहा है। हाल ही में “भरी कोर्ट में गोली मारेंगे मेरी जान” जैसे हिट गाने के गायकर अंकित बालियान ने इस संबंध में जमकर विरोध जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी असहमति व्यक्त की और बताया कि उनके दो गाने, जिस पर लाखों व्यूज थे, को बैन कर दिया गया है। अंकित ने कहा कि इस प्रकार के बैन से उन्हें केवल आर्थिक नुकसान नहीं हो रहा, बल्कि उनकी मेहनत और कलात्मकता का भी अपमान हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो उन्हें हरियाणा छोड़कर अन्य राज्यों में गाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

हरियाणा में अब तक 30 से ज्यादा गाने, जो गन कल्चर और हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप में बैन किए गए हैं। इनमें से कई गाने मशहूर गायकों जैसे मासूम शर्मा, अमित सैनी रोहतकिया और गजेंद्र फोगाट के हैं। अंकित ने इस विषय पर खुलकर बात की और कहा कि उन्होंने खुद अपने दम पर गाने बनाए हैं, बिना किसी प्रोडक्शन कंपनी की मदद के। उनके मुताबिक, अगर बड़े कलाकारों के गाने बैन हो रहे हैं, तो उन्हें यह बताने का अधिकार होना चाहिए कि उनके गाने किन कारणों से समाज के लिए हानिकारक होते जा रहे हैं।

अंकित बालियान ने अपने फॉलोवर्स से भी सवाल पूछा कि क्या उनके गाने वास्तव में समाज में खराबी ला रहे हैं? उन्होंने कहा कि उनके गाने आम लोगों के बीच भी सुने जाते रहे हैं, फिर भी उनके काम पर इस तरह की पाबंदियाँ क्यों लगाई जा रही हैं। उन्हें यह भी चिंता है कि उनकी मेहनत और संचित किया गया धन इस प्रकार के बैन की वजह से बर्बाद हो रहा है। उन्होंने सरकार से पूछा कि उनके नुकसान की भरपाई कौन करेगा?

इस बीच, अंकित पर शामली में आयोजित एक रोड शो के दौरान नियमों के उल्लंघन के आरोप में FIR भी दर्ज की गई है। 27 जुलाई 2023 को आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान, बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया जो कि नियमों का उल्लंघन था। इस घटना के बाद अंकित सहित 40 से अधिक समर्थकों पर कार्रवाई की गई थी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के पब्लिसिटी OSD और गायक गजेंद्र फोगाट ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मासूम शर्मा जैसे कलाकारों को यह समझना होगा कि उद्योग में कदम रखने से पहले उन्हें जिम्मेदारियों का भी ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे गन कल्चर के गानों ने पंजाब में आतंकवाद को बढ़ावा दिया था और कलाकारों को विदेशों में भागने के लिए मजबूर किया था। इस तरह के मामलों की जांच और समाधान बेहद जरूरी है ताकि हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखा जा सके।

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