भागवत का बड़ा संदेश: अंबेडकर हॉल का उद्घाटन, घर-घर तुलसी वितरण!
कानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं, जिसमें वे भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर विशेष संदेश देने वाले हैं। इस मौके पर प्रदेश के सबसे बड़े संघ कार्यालय का उद्घाटन किया जाएगा, साथ ही डॉ. अंबेडकर के नाम पर बने हॉल का लोकार्पण भी किया जाएगा। यह एक बड़ा प्रतीकात्मक कदम है, जो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए महत्वपूर्ण संदेश प्रदान करेगा। भागवत की यह यात्रा इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि वे उत्तर प्रदेश में किसी संघ भवन में पहली बार प्रवास कर रहे हैं।
संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख अनुपम जी ने बताया कि मोहन भागवत इस समारोह में अनुष्ठान के साथ नया कार्यालय प्रारंभ करेंगे। इसके बाद वे पहली बैठक हॉल के अंदर जमीन पर बैठकर करेंगे, जिसमें कुर्सियों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा और एसी भी नहीं होगा। यह ऐसे माहौल में होगा, जहां वे अपनी सोच और विचारों को साझा करेंगे। संघ प्रमुख रविवार शाम को वंदे भारत ट्रेन से कानपुर पहुंचे और उनके स्वागत के लिए संघ के पदाधिकारी तिलक लिए खड़े थे। यह यात्रा 17 अप्रैल तक जारी रहेगी जहां वे भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करेंगे।
मोहन भागवत का पांच दिवसीय प्रवास संघ कार्यालय के केशव भवन में होगा, जहां वे संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रांत और क्षेत्र की टोली के साथ योजनाओं पर मंथन करेंगे। उनके आगमन से पहले भवन में सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा किया गया है। पहला दिन विशेषकर पंच परिवर्तन और उससे जुड़े कार्यों पर चिंतन का होगा, जिसके अंतर्गत वे स्थानीय संगठनों और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चर्चा करेंगे। इस दौरान यह भी बताया गया है कि संघ हर घर तुलसी वितरण कार्यक्रम की शुरुआत करेगा।
सोमवार को उद्घाटन के बाद, मोहन भागवत क्षेत्र, प्रांत और जिला प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में सेवा, समरसता और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, प्लास्टिक के खतरे और उसके नकारात्मक प्रभावों पर भी विचार-विमर्श होगा। 15 और 16 अप्रैल को संघ के सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी, जहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर रणनीति निर्धारित की जाएगी।
संघ प्रमुख का यह प्रवास न केवल अनुकरणीय कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने वाला है, बल्कि यह संघ के कार्यकर्ताओं को एकजुट होने और सेवा के प्रति सजग रहने का भी अवसर प्रदान करेगा। इस अवधि में, भागवत के नेतृत्व में होने वाली सभी गतिविधियां समाज में नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और पारिवारिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम होंगी। 17 अप्रैल को होने वाली बड़ी बैठक में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर क्रमबद्ध चर्चा की जाएगी, जिससे संघ के अंतर्गत आगामी योजनाएं और गतिविधियों को और भी प्रभावी बनाया जा सके।