डेरा ब्यास से लौटती संगत जाम में फंसी, पीएपी चौक से लम्मा पिंड तक गाड़ियाँ ठहर रहीं!
**जालंधर में भंडारे के दौरान यातायात में आया भारी congestion**
जालंधर के डेरा ब्यास में आयोजित भंडारे से वापस लौट रही संगत को उस समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा जब वे शहर में दाखिल हो रही थीं। पीएपी चौक से लेकर लम्मा पिंड चौक तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थीं, और लोग रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे। विशेषकर, जो लोग किसी जरूरी काम से बाहर निकल रहे थे, उन्हें तो अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
सुबह 8 बजे से ही ट्रैफिक पुलिस ने जाम को संभालने के लिए अपनी कार्यवाही शुरू कर दी थी। उन्हें पहले ही सूचना मिल गई थी कि भंडारे से लौटते समय संगत भारी संख्या में जालंधर पहुँचने वाली है, जिससे हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। स्थानीय ट्रैफिक भी इसी रूट से होकर शहर में प्रवेश करता है, जिसे देखकर ट्रैफिक पुलिस ने एहतियातन कदम उठाए।
जोन ट्रैफिक इंचार्ज, मनजीत सिंह ने बताया कि ब्यास से लौटते हुए संगत की संख्या अत्यधिक थी, जिसके कारण लंबे जाम की समस्या उत्पन्न हुई। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों को रुकने नहीं दिया और हैवी वाहनों के लिए रूट को डायवर्ट कर दिया गया। इसका उद्देश्य यह था कि संगत और छोटे वाहनों को हाईवे पर बिना किसी रुकावट के जाने की अनुमति दी जा सके।
इसके साथ ही, कई भारी वाहनों को सड़क के किनारे रोका गया ताकि उन स्थानों से यातायात सुचारू रूप से चल सके। लम्मा पिंड चौक के पास जाम की स्थिति और अधिक बिगड़ गई, जिससे पुलिस को अपने प्रयासों को और तेज करना पड़ा। यह पूरी स्थिति शहरवासियों और संगत के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुई, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए काफी हद तक समस्या को नियंत्रित किया।
ट्रैफिक पुलिस के प्रयासों के कारण, भंडारे से लौट रही संगत को कुछ हद तक राहत मिली और धीरे-धीरे ट्रैफिक की स्थिति बेहतर हुई। जालंधर के निवासियों ने ट्रैफिक पुलिस की तत्परता की सराहना की, जबकि संगत के सदस्यों ने भी उनकी सेवाओं का धन्यवाद किया। ऐसा प्रतीत होता है कि इस तरह के भंडारे एवं आयोजनों के दौरान भविष्य में ट्रैफिक प्रबंधन के लिए और अधिक बेहतर योजना बनाई जाने की आवश्यकता है ताकि प्रशासनिक चुनौतियों का सामना आसानी से किया जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सामूहिक आयोजनों के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन एक महत्वपूर्ण पहलू होता है, और इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की सक्रियता बेहद जरूरी है।