लुधियाना में कार की टक्कर से रिक्शा चालक की दर्दनाक मौत: वाहन शव से गुजरे!
पंजाब के लुधियाना में एक दुखद सड़क दुर्घटना में रिक्शा चालक शत्रुघ्न (44) की जान चली गई। यह घटना देर रात समराला चौक के नजदीक पुल पर हुई, जहां एक तेज रफ्तार कार ने शत्रुघ्न को जोरदार टक्कर मार दी। इस टक्कर के कारण शत्रुघ्न का सिर कार के टायर के नीचे आ गया, जिससे वह मौके पर ही अपनी जान गंवा बैठा। दुर्घटना के बाद, शव के क्षत-विक्षत हिस्से सड़क पर बिखर गए, जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। लगभग सभी वाहन इस भयावह दृश्य से गुजरते रहे, लेकिन किसी ने भी रुकने की कोशिश नहीं की।
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक कार का चालक मौके से फरार हो चुका था। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल में रखा गया है। शत्रुघ्न की पत्नी प्रवीण कुमारी ने बताया कि उसका पति उस दिन दोपहर को पड़ोसी इलाके में काम करने के लिए निकला था। जब उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी मिली, तब तक लगभग एक घंटे का समय बीत चुका था और कई वाहन शव के पास से गुजर चुके थे।
महिला ने जानकारी दी कि शत्रुघ्न अपने रिक्शे को पुल के पास खड़ा करके दूसरी ओर जा रहा था, जब अचानक एक अज्ञात वाहन ने उसे रौंद दिया। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस और एम्बुलेंस को तुरंत सूचित किया गया, लेकिन घटना स्थल पर पहुंचने में काफी देर हुई। इस दौरान, घटनास्थल पर कई लोग एकत्रित हुए और स्वयं ही शव के ऊपर से गुजर रहे वाहनों को नियंत्रित किया, ताकि और कोई हादसा न हो। अंततः पीसीआर की गाड़ी मौके पर पहुंची और शव को वहां से हटाकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने शत्रुघ्न को मृत घोषित कर दिया।
इस दुर्घटना ने शत्रुघ्न के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। अब उसकी अनुपस्थिति में परिवार की स्थिति अत्यंत कठिन हो गई है। इस हादसे ने न केवल शत्रुघ्न के परिवार को बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा की गंभीरता पर विचार करने की आवश्यकता को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
इस घटनाक्रम ने समस्त शहरवासियों को फिर से सड़क सुरक्षा के उपायों को लेकर जागरूक होने की आवश्यकता का एहसास कराया है। ऐसी घटनाएं न केवल परिवार को नुकसान पहुँचाती हैं, बल्कि समाज में भी एक गहरा प्रभाव छोड़ती हैं।