नैनीताल : 10 वर्ष पुराने आधा दर्जन प्रत्याशी इस बार भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदार
नैनीताल : 10 वर्ष पुराने आधा दर्जन प्रत्याशी इस बार भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदार
– … तब तीसरे-चौथे स्थान पर रहे थे कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशी
नैनीताल, 22 दिसंबर (हि.स.)। देश-प्रदेश के साथ नैनीताल में अनुसूचित वर्ग में राजनीतिक प्रतिनिधित्व की चाह लगातार बढ़ रही है। शायद इसलिये यहां नैनीताल विधानसभा के साथ नैनीताल नगर पालिका भी लगातार अनुसूचित वर्ग के लिये आरक्षित चल रही है। इन स्थितियों के बीच यहां इस वर्ष नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिये 2013 के यानी 10 वर्ष पूर्व हुए नगर पालिका के चुनाव के आधा दर्जन प्रत्याशी अपनी दावेदारी कर चुके हैं।
2013 में ऐसी रही थी स्थिति
2013 के नगर पालिका के चुनाव में भी नैनीताल नगर पालिका अनुसूचित वर्ग के लिये आरक्षित थी। तब उत्तराखंड क्रांति दल के एक नये-बुजुर्ग प्रत्याशी श्याम नारायण ने 3790 मत प्राप्त कर कुल 13 प्रत्याशियों में जीत दर्ज की थी और दूसरे नंबर पर 2818 मतों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी दीपक कुमार ‘भोलू’ रहे थे। जबकि कांग्रेस ने कई स्थानीय पार्टी के कार्यकर्ताओं के होते एक अन्जान से चेहरे अमित कुमार पर और भाजपा ने पूर्व पालिकाध्यक्ष संजय कुमार ‘संजू’ पर दांव लगाया था, और यह दोनों प्रत्याशी तीसरे और चौथे स्थान पर रहे थे। कांग्रेस प्रत्याशी अमित कुमार को 2331 और भाजपा प्रत्याशी संजू को 2321 मत मिले थे। इनके अतिरिक्त कांग्रेस मूल के सुभाष चंद्रा को 1718 मत मिले थे। इनके अतिरिक्त भी इस चुनाव में राकेश ‘शम्भू’, जगमोहन, दिनेश, प्रेम सागर, राकेश, राजेंद्र व्यास, ललित प्रसाद आर्य व शालिनी आर्या भी चुनाव लड़े थे और इन्हें 650 से 225 के बीच मत मिले थे।
इनमें से इस बार भी आधा दर्जन हैं दावेदार
इस चुनाव में जहां सर्वाधिक चर्चा भाजपा व कांग्रेस के दावेदारों की हो रही है। भाजपा ने विधायक सरिता आर्य के पुत्र मोहित आर्य के साथ संतोष कुमार, अतुल पाल व डॉ. अशोक कुमार सहित कुल 9 लोग दावेदारी कर चुके हैं और मोहित आर्य को टिकट मिलने की उम्मीद की जा रही है। वहीं कांग्रेस से पिछली बार चुनाव लड़ चुके दीपक कुमार ‘भोलू’, सुभाष चंद्रा और राजेंद्र व्यास सहित कई अन्य ने दावेदारी की है, जबकि राकेश ‘शम्भू’ भी दावेदारी कर रहे हैं, वहीं सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात तब चुनाव जीतकर पालिकाध्यक्ष बने उक्रांद नेता श्याम नारायण ने भी चुनाव लड़ने का इरादा जताया है। उन्होंने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि कार्यकर्ता उनसे पुनः चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे हैं। आरक्षण पर आपत्तियों का निपटारा होने के बाद एक-दो दिन में वह इस बारे में खुलकर कहेंगे। यदि श्री नारायण चुनाव लड़ते हैं तो चुनाव के बेहद रोचक होने की पूरी संभावना है।