मेयर की कुर्सी की खींचतान: कांग्रेस की बैठकें, फैसला करेगा हाईकमांड!
अमृतसर नगर निगम के नेतृत्व को लेकर जोड़तोड़ की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। कांग्रेस पार्टी ने जिले के कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें मौजूदा और पूर्व पार्षदों के साथ-साथ सीनियर नेताओं को भी आमंत्रित किया गया। हाल ही में हुए नगर निगम चुनावों के नतीजों में कांग्रेस को 40 सीटें, आम आदमी पार्टी को 24, भाजपा को 9, अकाली दल को 4 और 8 निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। कुल मिलाकर नगर निगम के सदन में 85 पार्षद और 5 विधायक होंगे। इस प्रकार, मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए 46 सदस्यों का समर्थन प्राप्त करना जरूरी है।
कांग्रेस को विधायकों का समर्थन प्रतिबंधित है, जिससे उन्हें 6 और वोटों की आवश्यकता है। इसी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक आयोजित की गई। कांग्रेस अब निर्दलीय जीते हुए पार्षदों की ओर भी देख रही है, क्योंकि उनकी भूमिका इस बार काफी महत्वपूर्ण बन गई है। कांग्रेस अध्यक्ष अश्वनी पप्पू ने बताया कि उनके पास 40 का आंकड़ा है और वे निर्दलीय उम्मीदवारों को मनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मेयर का नाम पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा तय किया जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि बैठक में किसी भी नाम पर चर्चा नहीं की गई, यह स्पष्ट किया गया है कि नामों की घोषणाएं उच्च कमान के निर्णय पर निर्भर करेंगी। बैठक का लक्ष्य केवल बहुमत प्राप्त करने के लिए आगे की रणनीतियों पर चर्चा करना था। नगर निगम एक्ट के अनुसार, नगर निगम पार्षदों के चुनाव के बाद सभी चुने हुए सदस्यों को एक महीने के भीतर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन करना अनिवार्य है।
इसके बाद, डिविजनल कमिश्नर, जालंधर रेंज, को नगर निगम अमृतसर के कमिश्नर को पत्र जारी करना होगा, जिसमें हाउस मीटिंग की तारीख निर्धारित की जाएगी। इस बार कोई भी राजनीतिक पार्टी बहुमत में नहीं रहने के कारण, मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव बैलेट पेपर से होगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को अपनी-अपनी उम्मीदवारों को मैदान में लाने की तैयारी है।
इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान यह ध्यान रखना जरूरी है कि ‘दी पंजाब म्युनिसिपल कॉरपोरेशन मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर एंड डिप्टी मेयर इलेक्शन रूल 1991’ के अनुसार चुनाव के समय हाउस में उपस्थित सदस्यों के मतों के आधार पर नामांकित पदों का चुनाव किया जाएगा। इन सभी समीकरणों के बीच, आने वाले दिनों में अमृतसर का नगर निगम नेतृत्व कौन संभालेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।