संयुक्त सचिव ने एमआरएमसीएच में आक्सीजन मशीन बदलने का दिया निर्देश
संयुक्त सचिव ने एमआरएमसीएच में आक्सीजन मशीन बदलने का दिया निर्देश
पलामू, 14 दिसंबर (हि.स.)। प्रमंडलीय हॉस्पिटल मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में शनिवार की तड़के शॉर्ट सर्किट की वजह से आक्सीजन की हाई फ्लो मशीन में आग लग गयी। घटना के तुरंत बाद बिजली और ऑक्सीजन लाइन का कनेक्शन काट देने के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। घटना के वक्त वार्ड में आठ बच्चे भर्ती थे, उन्हें जलने से बचाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया।
घटना की सूचना मिलते ही राज्य का स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया एवं रांची से संयुक्त सचिव ललित मोहन शुक्ला, डायरेक्टर इन चीफ सीके शाही जांच के लिए एमआरएमसीएच पहुंचे। उन्होंने ऑक्सीजन की हाई फ्लो मशीन के उस हिस्से को देखा, जिसमें आग लगी थी। घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद दोनों अधिकारियों ने तत्काल एमआरएमसीएच में लगायी गयी आक्सीजन मशीन को बदलने का निर्देश दिया। यह भी आग लगी मशीन राज्य के जिस अस्पताल में होगी, वहां इस्तेमाल पर तत्काल रोक लगा दी गयी है। उन्होंने कहा कि नयी मशीन यहां लगायी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एमआरएमसीएच में एवीआई कंपनी की मशीन लगी है। इसकी संख्या 3 है। एक यूज की जा रही थी जबकि दो स्पेयर में रखी हुई थी।
डायरेक्टर इन चीफ सीके शाही ने कहा कि जांच के क्रम में जानकारी मिली कि नवजात को आक्सीजन देने के लिए लगायी गयी सीपी पाइप में आग लग गयी थी। आग पाइप के नीचले हिस्से में लगी। आगे बढ नहीं पायी। इस कारण बच्चों को कोई नुकसान नहीं हुआ। फायर फाइटर से आग बुझायी गयी। कंपनी को आकर खराबी जांचने का निर्देश दिया गया है। फिलवक्त इस कंपनी की तमाम मशीनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गयी है। उन्होंने बताया कि स्पेशली घटना की जांच के लिए ही पहुंच थे लेकिन अन्य वार्ड का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल के नये भवन से पर्ची नहीं काटी जाएगी। दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा और जहां पर्ची कटती है, वहां शिशु वार्ड बनेगा। एएनएम एवं जीएनएम की पढ़ायी भी जल्द शुरू करायी जाएगी।
निरीक्षण के दौरान एचएम पर भड़के संयुक्त सचिव
एमआरएमसीएच के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ललित मोहन शुक्ला एचएम सुमित श्रीवास्तव पर भड़क गए। पहले तो एचएम मौके पर मौजूद नहीं थे। कॉल करके उन्हें बुलाया गया। फर्स्ट फ्लोर पर जांच के दौरान पाया गया कि बरामदे में मरीजों को सुलाया गया था एवं वहां की खिड़की टूटी हुई थी एवं ठंडी हवा लगातार आ रही थी। टूटी खिड़की देखकर उन्होंने एचएच को फटकार लगायी एवं मरम्मत कराने का निर्देश दिया। मरीजों के लिए तत्काल रूम हिटर उपलब्ध कराने की बात कही। सात नंबर वार्ड में गंदगी एवं पर्दा साफ सुथरा नहीं रहने पर भी उन्होंने नाराजगी जतायी।
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